अध्याय 8: मानव-पर्यावरण अन्योन्यक्रिया - उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण प्रदेश
परिचय
इस अध्याय में हम मानव और पर्यावरण के बीच की परस्पर निर्भरता और संबंधों को समझेंगे। हम दो अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों - अमेज़ॅन बेसिन (उष्णकटिबंधीय प्रदेश) और गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन (उपोष्ण प्रदेश) में रहने वाले लोगों के जीवन का अध्ययन करेंगे और जानेंगे कि वे अपने पर्यावरण के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं।
8.1 अमेज़ॅन बेसिन में जीवन
अमेज़ॅन बेसिन का भूगोल और जलवायु
अमेज़ॅन बेसिन दक्षिण अमेरिका में स्थित है, जहाँ से अमेज़ॅन नदी बहती है। यह नदी भूमध्यरेखा के पास स्थित है, इसलिए यहाँ का मौसम पूरे वर्ष गर्म और नम रहता है। दिन और रात दोनों ही लगभग समान रूप से गर्म और आर्द्र होते हैं।
अमेज़ॅन के वर्षावन
इस क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण घने वर्षावन पाए जाते हैं। इन वनों के ऊपर के पत्तों की सघन छतरी के कारण सूर्य का प्रकाश ज़मीन तक नहीं पहुँच पाता, जिससे ज़मीन हमेशा अँधेरी और नम बनी रहती है। यहाँ ऑर्किड और ब्रोमिलाइड जैसे परजीवी पौधे उगते हैं। यह क्षेत्र जीव-जंतुओं की विविधता के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें बंदर, स्लॉथ, चींटी खाने वाले टैपीर और विभिन्न प्रकार के पक्षी जैसे टूकन और हमिंग बर्ड शामिल हैं। यहाँ एनाकोंडा जैसे खतरनाक साँप भी पाए जाते हैं।
लोगों का जीवन
यहाँ के लोग मुख्य रूप से **कर्तन एवं दहन कृषि (slash-and-burn agriculture)** का अभ्यास करते हैं। इसमें वे एक छोटे से भूखंड पर लगे पेड़ों को काट कर जलाते हैं, और फिर राख में खेती करते हैं। कुछ समय बाद मिट्टी की उर्वरता कम होने पर वे दूसरी जगह चले जाते हैं। लोग मुख्य रूप से कसावा, शकरकंद और अनानास जैसी फसलें उगाते हैं। विकास के साथ-साथ, यहाँ के लोग अब शहरों में रहने लगे हैं और उनकी पारंपरिक जीवनशैली बदल रही है।
8.2 गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन में जीवन
गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन का भूगोल और जलवायु
गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियाँ अपनी सहायक नदियों के साथ मिलकर भारत का सबसे बड़ा बेसिन बनाती हैं। यह क्षेत्र उपोष्ण प्रदेश में आता है, जहाँ मानसूनी जलवायु पाई जाती है। यहाँ ग्रीष्मकाल गर्म और शीतकाल ठंडा होता है। बेसिन में मैदानी क्षेत्र, पर्वत और डेल्टा क्षेत्र शामिल हैं।
कृषि और वनस्पति
यह क्षेत्र अत्यधिक उपजाऊ है, जिससे यहाँ सघन कृषि होती है। मुख्य फसलें धान (चावल), गेहूं, मक्का, ज्वार, बाजरा, और गन्ना हैं। कुछ क्षेत्रों में जूट और चाय का उत्पादन भी होता है। बेसिन के कुछ हिस्सों में घने जंगल हैं, जबकि डेल्टा क्षेत्र में मैंग्रोव वन पाए जाते हैं।
लोगों का जीवन और अर्थव्यवस्था
गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है। लोगों की मुख्य आर्थिक गतिविधि कृषि है, लेकिन शहरों में उद्योग और सेवा क्षेत्र भी महत्वपूर्ण हैं। इस क्षेत्र में परिवहन के कई साधन उपलब्ध हैं, जैसे रेलवे, सड़क मार्ग और जलमार्ग। कलकत्ता और वाराणसी जैसे बड़े शहर इस नदी के किनारे स्थित हैं। यहाँ पर्यटन भी एक प्रमुख गतिविधि है, जिसमें ताजमहल, बौद्ध स्तूप और इलाहाबाद में संगम जैसे स्थल शामिल हैं।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
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उष्णकटिबंधीय प्रदेश क्या है?
उष्णकटिबंधीय प्रदेश वह क्षेत्र है जो भूमध्यरेखा के पास स्थित है, जहाँ पूरे वर्ष मौसम गर्म और नम रहता है।
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अमेज़ॅन बेसिन में कौन सी कृषि पद्धति प्रचलित है?
अमेज़ॅन बेसिन में 'कर्तन एवं दहन कृषि' (slash-and-burn agriculture) प्रचलित है।
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गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन का मुख्य भोजन क्या है?
गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन का मुख्य भोजन चावल और मछली है।
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अमेज़ॅन के वर्षावनों में पाए जाने वाले किन्हीं दो पक्षियों के नाम बताइए।
टूकान और हमिंग बर्ड अमेज़ॅन के वर्षावनों में पाए जाने वाले दो पक्षी हैं।
II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।
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कर्तन एवं दहन कृषि को संक्षेप में समझाइए।
कर्तन एवं दहन कृषि में किसान एक भूखंड से पेड़ों को काटकर जला देते हैं, जिससे राख से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है। जब मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है, तो वे दूसरे भूखंड पर चले जाते हैं।
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गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन में कौन-कौन सी फसलें उगाई जाती हैं?
गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन में धान (चावल), गेहूं, मक्का, ज्वार, बाजरा, गन्ना और जूट जैसी फसलें उगाई जाती हैं।
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अमेज़ॅन बेसिन के वर्षावन क्यों महत्वपूर्ण हैं?
अमेज़ॅन के वर्षावन पृथ्वी के 'फेफड़ों' के रूप में जाने जाते हैं क्योंकि वे बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं। यहाँ जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की विशाल विविधता पाई जाती है।
III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।
अमेज़ॅन बेसिन के लोग पारंपरिक रूप से जंगलों पर निर्भर रहते हैं। वे लकड़ी, फल और अन्य वन उत्पादों को इकट्ठा करके अपना जीवन चलाते हैं। उनकी कृषि पद्धति 'कर्तन एवं दहन कृषि' है, जिसमें वे भोजन के लिए कसावा, शकरकंद और अनानास जैसी फसलें उगाते हैं। हालाँकि, उनकी जीवनशैली अब बदल रही है।
आधुनिक विकास ने अमेज़ॅन के जीवन को बहुत प्रभावित किया है। 1970 के दशक में ट्रांस-अमेज़ॅन राजमार्ग के निर्माण के बाद से, इस क्षेत्र में पहुंचना आसान हो गया है। इसके कारण वनों की कटाई, खनन और अन्य आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है। कई पारंपरिक समुदायों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं और वे शहरों में रहने लगे हैं। इससे न केवल उनकी संस्कृति पर खतरा आया है, बल्कि अमेज़ॅन के वर्षावनों के पारिस्थितिकी तंत्र को भी भारी नुकसान हुआ है।
गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे महत्वपूर्ण और घनी आबादी वाला क्षेत्र है। यहाँ की जलवायु मानसूनी है और नदियाँ उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी जमा करती हैं, जिससे यह क्षेत्र कृषि के लिए बहुत उपयुक्त है। यहाँ के लोग मुख्यतः किसान हैं और धान, गेहूं, मक्का जैसी फसलें उगाते हैं। यह क्षेत्र जूट और चाय के उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है।
कृषि के अलावा, इस क्षेत्र में कई अन्य आर्थिक गतिविधियाँ भी प्रचलित हैं। शहरों में उद्योग और व्यापार प्रमुख हैं। कलकत्ता (कोलकाता), इलाहाबाद (प्रयागराज) और वाराणसी जैसे बड़े शहर प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र हैं। परिवहन के साधन, जैसे रेलवे, सड़क मार्ग और नदी जलमार्ग, व्यापार और आवागमन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह क्षेत्र पर्यटन के लिए भी लोकप्रिय है, जहाँ ताजमहल, बौद्ध स्तूप और धार्मिक स्थल जैसे आकर्षण हैं, जो यहाँ की अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं।
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