अध्याय 5: जल (Water)
परिचय
जल पृथ्वी पर जीवन का एक आवश्यक तत्व है। हमारी पृथ्वी की सतह का लगभग तीन-चौथाई भाग जल से ढका हुआ है, लेकिन इसमें से अधिकांश जल खारा है। इस अध्याय में, हम जल की उपलब्धता, जल चक्र, महासागरीय जल के संचलन और उनके महत्व के बारे में जानेंगे।
5.1 जल का वितरण (Distribution of Water)
पृथ्वी पर उपलब्ध कुल जल का लगभग 97.3% महासागरों और समुद्रों में खारे जल के रूप में मौजूद है। केवल 2.7% जल ही अलवणीय (मीठा) जल है, जिसमें से अधिकांश बर्फ की चादरों, हिमनदों और भूमिगत जल के रूप में है। इसलिए, उपयोग के लिए बहुत कम मात्रा में अलवणीय जल उपलब्ध है।
जल की इस कमी के कारण ही जल का संरक्षण आज एक वैश्विक मुद्दा बन गया है।
5.2 जल चक्र (Water Cycle)
जल चक्र वह प्रक्रिया है जिसमें जल लगातार अपने रूप को बदलता रहता है और महासागरों, वायुमंडल और भूमि के बीच चक्कर लगाता रहता है। इस चक्र में चार मुख्य चरण होते हैं:
- वाष्पीकरण (Evaporation): सूर्य की गर्मी से जल वाष्प बनकर वायुमंडल में जाता है।
- संघनन (Condensation): जल वाष्प ठंडी होकर बादलों का निर्माण करती है।
- वर्षण (Precipitation): बादल वर्षा, बर्फ या ओलों के रूप में जल को पृथ्वी पर वापस लाते हैं।
- संग्रहण (Collection): वर्षा का जल नदियों, झीलों और महासागरों में जमा हो जाता है, जहाँ से यह चक्र फिर से शुरू होता है।
5.3 महासागरीय परिसंचरण (Oceanic Circulation)
महासागरों का जल कभी भी स्थिर नहीं रहता। यह लगातार गतिशील रहता है। महासागरीय जल तीन तरह से गति करता है:
- तरंगें (Waves): ये तब बनती हैं जब समुद्री सतह पर पवनें चलती हैं। तरंगों में जल गति नहीं करता, बल्कि ऊर्जा गति करती है।
- ज्वार-भाटा (Tides): यह समुद्र के जल स्तर का दिन में दो बार ऊपर उठना और नीचे गिरना है। यह चंद्रमा और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण होता है। जब जल अपने उच्चतम स्तर पर होता है तो उसे ज्वार और जब वह निम्नतम स्तर पर होता है तो उसे भाटा कहते हैं।
- महासागरीय धाराएँ (Ocean Currents): ये निश्चित दिशा में बहने वाली जल की धाराएँ होती हैं। ये गर्म या ठंडी हो सकती हैं और ये तटीय क्षेत्रों के मौसम को प्रभावित करती हैं।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
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जल चक्र किसे कहते हैं?
वह प्रक्रिया जिसमें जल लगातार अपने रूप को बदलता है और पृथ्वी के महासागरों, वायुमंडल और भूमि के बीच चक्कर लगाता है।
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ज्वार-भाटा क्यों होता है?
यह सूर्य और चंद्रमा के शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण बल के कारण होता है।
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महासागरीय धाराएँ क्या हैं?
महासागरीय धाराएँ निश्चित दिशा में बहने वाली जल की धाराएँ होती हैं, जो गर्म या ठंडी हो सकती हैं।
II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।
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लवणीय जल और अलवणीय जल में क्या अंतर है?
लवणीय जल में बड़ी मात्रा में घुले हुए नमक (सोडियम क्लोराइड) होते हैं, जो इसे खारा बनाता है। अलवणीय जल में लवणता बहुत कम होती है और यह पीने, कृषि और उद्योगों के लिए उपयुक्त होता है।
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जल चक्र हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
जल चक्र पृथ्वी पर जल के संतुलन को बनाए रखता है। यह सुनिश्चित करता है कि पृथ्वी पर जल की आपूर्ति लगातार होती रहे और सभी जीवित प्राणियों को जल उपलब्ध होता रहे।
III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।
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महासागरों से हमें क्या लाभ हैं?
महासागर हमारे ग्रह के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। वे पृथ्वी की सतह का एक बड़ा हिस्सा कवर करते हैं और जलवायु को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। महासागरीय धाराएँ मौसम के पैटर्न को प्रभावित करती हैं, और महासागर कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, महासागर भोजन का एक विशाल स्रोत हैं, जिसमें मछली और अन्य समुद्री जीव शामिल हैं। वे परिवहन का एक महत्वपूर्ण साधन भी हैं, जिससे देशों के बीच व्यापार संभव होता है। महासागरों में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे प्राकृतिक संसाधन भी पाए जाते हैं। ये सभी कारण दर्शाते हैं कि महासागर हमारे ग्रह और हमारे जीवन के लिए कितने आवश्यक हैं।
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ज्वार-भाटा कैसे होता है और इसके क्या उपयोग हैं?
ज्वार-भाटा समुद्र के जल स्तर का दिन में दो बार ऊपर उठना और नीचे गिरना है। यह मुख्य रूप से चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव के कारण होता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होता है, तो उसका गुरुत्वाकर्षण बल जल को अपनी ओर खींचता है, जिससे जल का स्तर ऊपर उठता है और उच्च ज्वार आता है। जब चंद्रमा दूर होता है, तो जल का स्तर गिर जाता है और भाटा आता है।
ज्वार-भाटा के कई उपयोग हैं। उच्च ज्वार नौपरिवहन में मदद करता है, क्योंकि यह जहाजों को बंदरगाह में आसानी से प्रवेश करने में सक्षम बनाता है। ज्वार-भाटा का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए भी किया जाता है, जिसे ज्वारीय ऊर्जा कहते हैं। यह समुद्री जीवों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें भोजन और पोषक तत्व प्रदान करता है।
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