अध्याय 3: राज्य शासन कैसे काम करता है (How the State Government Works)
परिचय
भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहाँ सरकार लोगों द्वारा चुनी जाती है। राज्य सरकार भी इसी सिद्धांत पर काम करती है। यह अध्याय हमें बताएगा कि राज्य सरकार की संरचना कैसी होती है, विधायक (MLA) कौन होते हैं, और कैसे वे मिलकर सरकार चलाते हैं और नागरिकों के लिए कानून बनाते हैं।
3.1 विधायक (MLA) कौन होते हैं?
MLA का पूरा नाम 'Member of Legislative Assembly' यानी **विधानसभा सदस्य** है।
- चुनाव: हर राज्य को कई निर्वाचन क्षेत्रों में बाँटा जाता है। प्रत्येक क्षेत्र से जनता एक प्रतिनिधि चुनती है, जिसे विधायक कहते हैं।
- सरकार का गठन: जिस राजनीतिक दल के विधायक बहुमत में होते हैं, वह सत्ताधारी दल कहलाता है और वह सरकार बनाता है।
- मुख्यमंत्री: सत्ताधारी दल के विधायक अपने नेता को चुनते हैं, जिसे **मुख्यमंत्री** (Chief Minister) बनाया जाता है।
3.2 मुख्यमंत्री और मंत्री
मुख्यमंत्री विधायकों में से कुछ को मंत्री चुनता है। ये मंत्री सरकार के विभिन्न विभागों, जैसे स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आदि के प्रमुख होते हैं।
- मुख्यमंत्री और मंत्री: मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री मिलकर सरकार के कार्यकारी हिस्से का गठन करते हैं। उनका काम विभिन्न नीतियों और योजनाओं को लागू करना है।
- जवाबदेही: ये सभी मंत्री और मुख्यमंत्री विधानसभा के प्रति जवाबदेह होते हैं।
3.3 विधानसभा में बहस
विधायक विधानसभा में बैठकर चर्चा करते हैं।
- प्रश्न पूछना: विपक्षी दल के विधायक सरकार से जनता से जुड़े मुद्दों पर सवाल पूछते हैं। यह सरकार को जवाबदेह बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
- कानून बनाना: विधानसभा में विभिन्न मुद्दों पर बहस होती है और नए कानून बनाए जाते हैं। इन कानूनों को बनाने में सभी विधायकों की भूमिका होती है।
3.4 राज्यपाल (Governor)
प्रत्येक राज्य में एक राज्यपाल होता है, जिसकी नियुक्ति केंद्र सरकार करती है।
- भूमिका: राज्यपाल की भूमिका राज्य के मुखिया के रूप में होती है। वह यह सुनिश्चित करते हैं कि राज्य सरकार संविधान के नियमों के अनुसार काम करे।
- विधायी प्रक्रिया: विधानसभा द्वारा पारित कोई भी विधेयक (बिल) कानून तभी बनता है जब उस पर राज्यपाल की मुहर लग जाती है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
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विधायक (MLA) कौन होते हैं?
विधायक वे प्रतिनिधि होते हैं जिन्हें जनता अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधानसभा में भेजती है।
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मुख्यमंत्री कौन बनता है?
सत्ताधारी दल के विधायकों द्वारा चुने गए नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाता है।
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विधानसभा में बहस क्यों होती है?
विधानसभा में जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने, सरकार से सवाल पूछने और नए कानून बनाने के लिए बहस होती है।
II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।
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राज्यपाल की मुख्य भूमिका क्या है?
राज्यपाल राज्य के मुखिया के रूप में कार्य करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि राज्य सरकार संविधान के अनुसार चले। वे विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों पर हस्ताक्षर करते हैं।
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सरकार के कार्यकारी और विधायी अंग क्या हैं?
कार्यकारी अंग में मुख्यमंत्री और मंत्री होते हैं, जो कानून लागू करते हैं। विधायी अंग में सभी विधायक (विधानसभा) होते हैं, जो कानून बनाते हैं।
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आप अपने क्षेत्र के विधायक से कैसे संपर्क कर सकते हैं?
हम अपने विधायक से व्यक्तिगत रूप से मिलकर, उनके कार्यालय में जाकर, या सार्वजनिक सभाओं में अपनी समस्याएँ बताकर संपर्क कर सकते हैं।
III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।
विधानसभा सरकार के कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह सभी विधायकों की एक बैठक होती है, जहाँ वे जनता से जुड़े मुद्दों पर खुलकर चर्चा करते हैं। इसमें सत्ताधारी दल के विधायक और विपक्षी दल के विधायक दोनों शामिल होते हैं। विपक्षी दल के विधायक सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठाते हैं, जिससे सरकार को जवाबदेह होना पड़ता है। यह लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह सरकार को मनमाने तरीके से काम करने से रोकता है।
विधानसभा का एक और मुख्य कार्य कानून बनाना है। किसी भी नए कानून को लागू करने से पहले उस पर विधानसभा में बहस होती है, और बहुमत से पास होने के बाद ही उसे राज्यपाल के पास भेजा जाता है। इस तरह, विधानसभा नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कानून बनाने में मदद करती है। यह सुनिश्चित करती है कि सभी फैसले सामूहिक सहमति और विचार-विमर्श से लिए जाएँ, न कि कुछ लोगों द्वारा।
मुख्यमंत्री राज्य सरकार का मुखिया होता है और उसकी मुख्य जिम्मेदारी राज्य का शासन चलाना है। वह अपने दल के विधायकों में से मंत्रियों का चयन करता है और उन्हें विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी सौंपता है, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्त, आदि। मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना होता है कि सभी विभाग कुशलतापूर्वक काम करें और सरकार की नीतियों को सही तरीके से लागू किया जाए। वह कैबिनेट की बैठकों की अध्यक्षता करता है और महत्वपूर्ण निर्णय लेता है।
मंत्रियों की जिम्मेदारी अपने-अपने विभागों को प्रभावी ढंग से चलाना है। उदाहरण के लिए, स्वास्थ्य मंत्री को यह सुनिश्चित करना होता है कि राज्य के सभी नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएँ मिलें। शिक्षा मंत्री को शिक्षा के स्तर को सुधारने की जिम्मेदारी होती है। मुख्यमंत्री और सभी मंत्री सामूहिक रूप से विधानसभा के प्रति जवाबदेह होते हैं। इसका मतलब है कि अगर कोई सवाल किसी एक विभाग से जुड़ा होता है, तो उसका जवाब पूरा मंत्रिमंडल देता है, क्योंकि वे सभी एक टीम के रूप में काम करते हैं।
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