अध्याय 11: जंतुओं और पादप में परिवहन (Transportation in Animals and Plants)
परिचय
सभी जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों को जीवित रहने के लिए भोजन, पानी और ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इन आवश्यक पदार्थों को शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक पहुँचाने और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए एक विशेष प्रणाली होती है, जिसे **परिवहन तंत्र (Transport System)** कहते हैं। इस अध्याय में हम जंतुओं और पादपों में इस प्रक्रिया को समझेंगे।
11.1 जंतुओं में परिवहन (Transportation in Animals)
मानव शरीर में, यह कार्य **परिसंचरण तंत्र (Circulatory System)** द्वारा किया जाता है, जिसमें रक्त, हृदय और रक्त वाहिकाएँ शामिल होती हैं।
रक्त परिसंचरण तंत्र
- रक्त (Blood): यह एक तरल संयोजी ऊतक है जो शरीर में ऑक्सीजन, पोषक तत्वों, हार्मोन और अपशिष्ट पदार्थों का परिवहन करता है। रक्त में **प्लाज्मा**, **लाल रक्त कोशिकाएँ (RBCs)**, **श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBCs)** और **प्लेटलेट्स** होते हैं।
- हृदय (Heart): हृदय एक पेशीय अंग है जो लगातार पंप करता रहता है। यह पूरे शरीर में रक्त को पंप करके परिसंचरण को बनाए रखता है। हृदय में चार कक्ष होते हैं। [Image of the human heart]
- रक्त वाहिकाएँ (Blood Vessels): ये नलिकाओं का एक नेटवर्क हैं जो रक्त को पूरे शरीर में ले जाती हैं। ये तीन प्रकार की होती हैं:
- धमनियाँ (Arteries): ये हृदय से ऑक्सीजन-युक्त रक्त को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक ले जाती हैं। इनकी दीवारें मोटी होती हैं।
- शिराएँ (Veins): ये शरीर के अंगों से कार्बन डाइऑक्साइड-युक्त रक्त को वापस हृदय तक लाती हैं। इनकी दीवारें पतली होती हैं।
- केशिकाएँ (Capillaries): ये सबसे पतली वाहिकाएँ हैं जो धमनियों और शिराओं को जोड़ती हैं, यहीं पर पदार्थों का आदान-प्रदान होता है।
उत्सर्जन तंत्र (Excretory System)
शरीर में उपापचय (metabolism) के दौरान कुछ अपशिष्ट पदार्थ बनते हैं जिन्हें बाहर निकालना आवश्यक होता है। इस प्रक्रिया को **उत्सर्जन (Excretion)** कहते हैं। मानव में, **वृक्क (Kidneys)** रक्त को छानकर अपशिष्ट पदार्थों को मूत्र के रूप में बाहर निकालते हैं। [Image of the human excretory system]
11.2 पादप में परिवहन (Transportation in Plants)
पौधों में भी परिवहन तंत्र होता है जो पानी और भोजन का परिवहन करता है।
पादप में जल और खनिजों का परिवहन
पौधों की जड़ें मिट्टी से पानी और खनिज लवण अवशोषित करती हैं। इन्हें पत्तियों तक पहुँचाने का कार्य एक विशेष ऊतक करता है जिसे **जाइलम (Xylem)** कहते हैं। जाइलम, जड़ों से पत्तियों तक एक निरंतर पाइपलाइन की तरह काम करता है।
पादप में भोजन का परिवहन
पत्तियाँ प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) द्वारा भोजन बनाती हैं। इस भोजन को पौधे के सभी भागों तक पहुँचाने का कार्य **फ्लोएम (Phloem)** नामक ऊतक करता है। इस प्रकार, जाइलम और फ्लोएम मिलकर पौधों में परिवहन प्रणाली बनाते हैं।
वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
पौधों की पत्तियों में मौजूद छोटे-छोटे छिद्रों (रंध्र) से जल का वाष्प के रूप में बाहर निकलना **वाष्पोत्सर्जन** कहलाता है। इसके दो मुख्य लाभ हैं:
- यह पत्तियों को ठंडा रखता है।
- यह एक चूषण बल (suction pull) पैदा करता है, जो जड़ों से पानी को ऊँचाई तक खींचने में मदद करता है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
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मानव शरीर में रक्त के मुख्य घटक क्या हैं?
प्लाज्मा, लाल रक्त कोशिकाएँ, श्वेत रक्त कोशिकाएँ और प्लेटलेट्स।
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पौधों में जल और खनिज का परिवहन कौन-सा ऊतक करता है?
पौधों में जल और खनिज का परिवहन जाइलम (Xylem) नामक ऊतक करता है।
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धमनियों का मुख्य कार्य क्या है?
धमनियों का मुख्य कार्य हृदय से ऑक्सीजन-युक्त रक्त को शरीर के अन्य भागों तक ले जाना है।
II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।
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धमनियाँ और शिराएँ में क्या अंतर है?
धमनियाँ ऑक्सीजन-युक्त रक्त को हृदय से दूर ले जाती हैं और इनकी दीवारें मोटी होती हैं। शिराएँ कार्बन डाइऑक्साइड-युक्त रक्त को वापस हृदय तक लाती हैं और इनकी दीवारें पतली होती हैं।
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पौधों में वाष्पोत्सर्जन के क्या लाभ हैं?
वाष्पोत्सर्जन के दो मुख्य लाभ हैं: यह पत्तियों से अतिरिक्त पानी को वाष्प के रूप में बाहर निकालकर पौधे को ठंडा रखता है, और यह जड़ों से पानी को ऊँचाई तक खींचने के लिए एक चूषण बल पैदा करता है।
III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।
मानव परिसंचरण तंत्र एक जटिल प्रणाली है जिसमें रक्त, हृदय और रक्त वाहिकाएँ शामिल होती हैं। **रक्त** इस प्रणाली का परिवहन माध्यम है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन, पोषक तत्व, हार्मोन और अपशिष्ट पदार्थों को ले जाता है। रक्त में लाल रक्त कोशिकाएँ ऑक्सीजन का परिवहन करती हैं, जबकि श्वेत रक्त कोशिकाएँ संक्रमण से लड़ती हैं और प्लेटलेट्स रक्त का थक्का बनाने में मदद करते हैं।
**हृदय** परिसंचरण तंत्र का केंद्रीय पंपिंग अंग है, जो लगातार धड़कता रहता है। यह रक्त को पंप करके पूरे शरीर में प्रसारित करता है। हृदय दो अलग-अलग चक्रों में काम करता है: एक बार रक्त को फेफड़ों तक भेजता है ताकि वह ऑक्सीजन ले सके, और दूसरी बार ऑक्सीजन-युक्त रक्त को पूरे शरीर में भेजता है। **रक्त वाहिकाएँ** (धमनियाँ, शिराएँ और केशिकाएँ) नलिकाओं का एक नेटवर्क बनाती हैं जो रक्त के लिए मार्ग का काम करती हैं, जिससे रक्त शरीर के हर हिस्से तक पहुँचता है और वहाँ से वापस लौटता है।
पौधों में परिवहन दो मुख्य ऊतकों द्वारा होता है। **जल और खनिजों का परिवहन** जड़ों से शुरू होता है। जड़ें मिट्टी से पानी और खनिज लवणों को अवशोषित करती हैं, और फिर ये पदार्थ **जाइलम** नामक विशेष ऊतक के माध्यम से ऊपर की ओर बढ़ते हैं। जाइलम एक पाइपलाइन की तरह काम करता है जो पानी को सीधे पत्तियों तक ले जाता है। इस ऊँचाई तक पानी को खींचने में वाष्पोत्सर्जन से उत्पन्न चूषण बल भी मदद करता है।
**भोजन का परिवहन** पत्तियों में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के बाद होता है। पत्तियों में बना हुआ भोजन **फ्लोएम** नामक ऊतक द्वारा पौधे के सभी भागों तक पहुँचाया जाता है, जिसमें तना, जड़ें, फल और फूल शामिल हैं। यह परिवहन सुनिश्चित करता है कि पौधे के हर हिस्से को वृद्धि और ऊर्जा के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिलें। इस तरह, जाइलम और फ्लोएम दोनों मिलकर पौधों की परिवहन प्रणाली को पूरा करते हैं।
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