अध्याय 5: राज्य, राजा और एक प्राचीन गणराज्य (Kingdoms, Kings and an Early Republic)
परिचय
यह अध्याय हमें भारतीय उपमहाद्वीप में लगभग **3000 साल पहले** से शुरू हुए राजनीतिक विकास के बारे में बताता है। इस दौरान कुछ लोग राजा कैसे बने, बड़े राज्यों (जनपद और महाजनपद) का उदय कैसे हुआ, और कर व्यवस्था कैसे स्थापित हुई, इसके साथ ही गणराज्यों की प्रणाली भी विकसित हुई।
5.1 कुछ लोग शासक कैसे बने? (How some men became rulers?)
लगभग **3000 साल पहले**, राजा बनने की प्रक्रिया में बदलाव आने लगे। अब कुछ पुरुष बड़े-बड़े **यज्ञों** का आयोजन करके राजा के रूप में पहचाने जाने लगे।
- **अश्वमेध यज्ञ:** यह एक ऐसा यज्ञ था जिसमें एक घोड़ा स्वतंत्र रूप से विचरण करने के लिए छोड़ दिया जाता था। यदि कोई दूसरा राजा उस घोड़े को रोकता, तो उसे अश्वमेध यज्ञ करने वाले राजा से युद्ध करना पड़ता था। यदि घोड़े को बिना रोके जाने दिया जाता, तो इसका अर्थ था कि अश्वमेध यज्ञ करने वाला राजा उनसे अधिक शक्तिशाली था। इसके बाद, राजाओं को विशेष यज्ञ में आमंत्रित किया जाता था जहाँ वे भेंट लाते थे।
- **राजा की स्थिति:** यज्ञ के दौरान राजा को बहुत महत्व दिया जाता था। राजा एक विशेष आसन पर बैठता था, और उसके रथ हाँकने वाले (सारथी), संबंधियों और अन्य छोटे राजाओं को भी उपस्थित रहना होता था।
- **वर्ण व्यवस्था:** यज्ञ पुरोहितों द्वारा संपन्न किए जाते थे, और उन्होंने लोगों को चार मुख्य **वर्णों** में बांटा था:
- **ब्राह्मण:** सबसे ऊपर, वेदों का अध्ययन, शिक्षण, और यज्ञ करना।
- **क्षत्रिय:** शासक और योद्धा, जो लोगों की रक्षा करते थे।
- **वैश्य:** किसान, पशुपालक और व्यापारी।
- **शूद्र:** सबसे नीचे, अन्य तीन वर्णों की सेवा करना। महिलाओं को भी शूद्रों के समान माना जाता था।
पुरोहितों ने यह भी कहा कि यह व्यवस्था जन्म के आधार पर तय होती थी।
5.2 जनपद (Janapadas)
**जन** (लोग) के पैर जमाने वाले क्षेत्रों को **जनपद** कहा जाने लगा। ये वे क्षेत्र थे जहाँ राजा (जन के राजा) रहते थे।
- **महत्वपूर्ण जनपद:** प्रमुख जनपद जैसे **हस्तिनापुर** (मेरठ के पास) और **अतरंजीखेड़ा** (एटा के पास) थे।
- **पुरातत्वीय साक्ष्य:** पुरातत्वविदों ने जनपदों में खुदाई की है, जहाँ उन्हें झोपड़ियों के अवशेष और जानवरों के झुंड (पालतू और जंगली) मिले हैं। वे मिट्टी के बर्तन भी बनाते थे, जिनमें **चित्रित धूसर पात्र (Painted Grey Ware)** विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। ये पतले, चिकने और भूरे रंग के होते थे, जिन पर ज्यामितीय पैटर्न और जानवरों के चित्र बने होते थे।
5.3 महाजनपद (Mahajanapadas)
लगभग **2500 साल पहले**, कुछ जनपद अधिक महत्वपूर्ण हो गए और उन्हें **महाजनपद** कहा जाने लगा।
- **राजधानी शहर:** अधिकांश महाजनपदों की एक राजधानी होती थी, जो अक्सर किलेबंद होती थी। इन किलों को बड़ी-बड़ी दीवारों (लकड़ी, ईंट या पत्थर की) से घेरा जाता था।
- **किलेबंदी का कारण:**
- अन्य राजाओं के हमलों का डर।
- राजा अपनी शक्ति और धन का प्रदर्शन करने के लिए भी बड़े किले बनवाते थे।
- किलेबंदी वाले शहरों को बनाए रखने के लिए बड़ी सेनाओं और अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती थी।
5.4 कर (Taxes)
महाजनपदों के राजाओं को बड़ी सेनाओं और विशाल किलों के निर्माण के लिए बहुत अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती थी। इसके लिए उन्होंने **कर** (टैक्स) एकत्र करना शुरू किया।
- **फसलों पर कर:** सबसे महत्वपूर्ण कर फसलों पर लगाया जाता था, जो आमतौर पर उपज का **1/6वां हिस्सा** होता था। इसे **भाग** कहा जाता था।
- **कारीगरों पर कर:** कारीगरों को राजा के लिए एक दिन काम करना पड़ता था।
- **पशुपालकों पर कर:** पशुपालकों को जानवरों या पशु उत्पादों के रूप में कर देना होता था।
- **व्यापारियों पर कर:** व्यापारियों को उनके सामान पर कर देना पड़ता था।
- **शिकारियों और संग्राहकों पर कर:** इन पर वन उत्पादों के रूप में कर लगाया जाता था।
5.5 कृषि में परिवर्तन (Changes in Agriculture)
इस काल में कृषि में दो बड़े बदलाव आए:
- **हल के फालों का उपयोग:** लोहे के हल के फालों का उपयोग बहुत बढ़ गया, जिससे धान की रोपाई संभव हो सकी।
- **धान की रोपाई:** धान के पौधों को सीधे खेत में बोने की बजाय, पहले नर्सरी में उगाया जाता था और फिर उन्हें खेतों में रोपा जाता था। इससे उपज में वृद्धि हुई, लेकिन यह बहुत श्रमसाध्य काम था, जिसे अक्सर दास, दासी और भूमिहीन कृषि मजदूर (जिन्हें **कम्मकार** कहा जाता था) करते थे।
5.6 मगध: एक शक्तिशाली महाजनपद (Magadha: A Powerful Mahajanapada)
लगभग **200 सालों** में, **मगध** सबसे महत्वपूर्ण महाजनपद बन गया।
- **महत्व के कारण:**
- यह गंगा और सोन नदियों के किनारे स्थित था, जिससे परिवहन, जल आपूर्ति और भूमि को उपजाऊ बनाने में मदद मिली।
- मगध के कुछ हिस्से वन-क्षेत्र थे जहाँ से सेना के लिए हाथी और घरों व रथों के लिए लकड़ी मिलती थी।
- लौह अयस्क की खदानें भी पास थीं, जिनसे मजबूत औजार और हथियार बनाए जा सकते थे।
- **शक्तिशाली शासक:**
- **बिम्बिसार** और **अजातशत्रु** जैसे शक्तिशाली शासकों ने मगध को बहुत शक्तिशाली बनाया।
- **महापद्मनंद** एक और महत्वपूर्ण शासक थे जिन्होंने अपने साम्राज्य को उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से तक फैलाया।
- **राजधानियाँ:** मगध की कई राजधानियाँ थीं, जिनमें **राजगृह** (आधुनिक राजगीर) और बाद में **पाटलिपुत्र** (आधुनिक पटना) शामिल थीं।
- **सिकंदर का हमला:** लगभग 2300 साल पहले, मैसेडोनिया का शासक **सिकंदर** भारत पर हमला करने के लिए व्यास नदी तक पहुँचा, लेकिन उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया क्योंकि वे मगध के राजाओं की बड़ी सेनाओं से डर गए थे।
5.7 वज्जि: एक गणराज्य (Vajji: An Early Republic)
मगध के विपरीत, **वज्जि** एक अलग प्रकार की सरकार थी, जिसे **गण या संघ** कहा जाता था।
- **गण/संघ की विशेषताएँ:**
- इनमें एक नहीं, बल्कि कई शासक होते थे।
- प्रत्येक शासक को 'राजा' कहा जाता था।
- ये सभी राजा एक साथ सभाओं में मिलते थे और निर्णय लेते थे।
- बुद्ध और महावीर दोनों गण या संघ से संबंधित थे।
- **वज्जि की राजधानी:** वज्जि संघ की राजधानी **वैशाली** (बिहार) थी।
- **संघों का अंत:** मगध के शासक इन संघों को जीतना चाहते थे। अजातशत्रु और उनके मंत्री **वस्सकार** ने बुद्ध की सलाह से वज्जि संघ को जीतने की रणनीति बनाई। कई सदियों तक ये गण/संघ बने रहे, लेकिन अंततः गुप्त शासकों द्वारा जीते गए।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
-
राजा बनने की प्रक्रिया में लगभग कितने साल पहले बदलाव आए?
राजा बनने की प्रक्रिया में लगभग 3000 साल पहले बदलाव आए।
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'जनपद' का क्या अर्थ है?
'जनपद' का अर्थ है वह क्षेत्र जहाँ जन (लोग) ने अपने पैर जमाए।
-
महाजनपदों की राजधानी अक्सर किस प्रकार की होती थी?
महाजनपदों की राजधानी अक्सर किलेबंद होती थी।
-
फसलों पर लगने वाले कर को क्या कहा जाता था?
फसलों पर लगने वाले कर को 'भाग' कहा जाता था, जो उपज का 1/6वां हिस्सा होता था।
-
मगध की दो राजधानियों के नाम बताएँ।
मगध की दो राजधानियाँ राजगृह (आधुनिक राजगीर) और पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) थीं।
II. खाली स्थान भरें।
- पुरोहितों ने लोगों को चार मुख्य **वर्णों** में बांटा।
- जनपदों में पाए जाने वाले मिट्टी के बर्तन **चित्रित धूसर पात्र** कहलाते थे।
- खेती में धान की **रोपाई** से उत्पादन में वृद्धि हुई।
- **बिम्बिसार** और **अजातशत्रु** मगध के शक्तिशाली शासक थे।
- वज्जि संघ की राजधानी **वैशाली** थी।
III. सही विकल्प चुनें।
-
अश्वमेध यज्ञ का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- धन कमाना
- नए नगर बसाना
- **राजा की सर्वोच्चता स्थापित करना**
- फसलों की कटाई का उत्सव मनाना
सही उत्तर: राजा की सर्वोच्चता स्थापित करना
-
कौन सा वर्ण योद्धा और शासक था?
- ब्राह्मण
- **क्षत्रिय**
- वैश्य
- शूद्र
सही उत्तर: क्षत्रिय
-
किसने मगध को सबसे महत्वपूर्ण महाजनपद बनाया?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- **बिम्बिसार और अजातशत्रु**
- महापद्मनंद
सही उत्तर: बिम्बिसार और अजातशत्रु
IV. सही जोड़ी मिलाएं।
स्तंभ A | स्तंभ B (उत्तर) |
---|---|
अश्वमेध यज्ञ | शक्तिशाली राजा |
जनपद | जन के पैर जमाने वाले क्षेत्र |
महाजनपद | किलेबंद राजधानी |
भाग | उपज का 1/6वां हिस्सा |
कम्मकार | भूमिहीन कृषि मजदूर |
वज्जि | गण या संघ |
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