अध्याय 11: इमारतें, चित्र तथा किताबें (Buildings, Paintings and Books)
परिचय
यह अध्याय प्राचीन भारत में कला, वास्तुकला, विज्ञान और साहित्य के उल्लेखनीय विकास पर प्रकाश डालता है। इसमें लौह स्तंभ जैसे धातु विज्ञान के चमत्कार, स्तूपों और मंदिरों जैसी स्थापत्य कला, अजंता की चित्रकलाएँ और प्रसिद्ध साहित्यिक कृतियाँ शामिल हैं।
11.1 धातु विज्ञान (Metalwork)
प्राचीन भारतीय धातु वैज्ञानिकों ने अद्भुत काम किया।
- **दिल्ली का लौह स्तंभ:** दिल्ली में महरौली स्थित **लौह स्तंभ** भारतीय कारीगरों की धातु विज्ञान में असाधारण निपुणता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह लगभग **1500 साल पुराना** है, और इस पर एक **चंद्र** नामक राजा का उल्लेख है, जो संभवतः गुप्त वंश के थे। यह इतने लंबे समय से खुला होने के बावजूद इसमें जंग नहीं लगी है, जो प्राचीन भारतीय धातु विज्ञान की उच्च गुणवत्ता को दर्शाता है।
11.2 स्तूप और मंदिर (Stupas and Temples)
इस काल में स्तूपों और मंदिरों का निर्माण प्रमुखता से हुआ।
- **स्तूप:** स्तूप का शाब्दिक अर्थ है "टीला"। इसमें बुद्ध या उनके शिष्यों के अवशेष (दाँत, हड्डियाँ या राख) या उनके द्वारा इस्तेमाल की गई चीजें रखी जाती थीं। इन्हें एक मिट्टी के टीले पर बनाया जाता था, जिसे बाद में ईंटों से ढका जाता था।
- **परिक्रमा पथ (प्रदक्षिणा पथ):** स्तूप के चारों ओर एक गोलाकार रास्ता होता था, जिसे भक्त दक्षिणावर्त दिशा में परिक्रमा करते थे।
- **वेदिका और तोरण:** इस पथ को वेदिका (रेलिंग) और तोरण (प्रवेश द्वार) से सजाया जाता था।
- **सबसे प्रसिद्ध स्तूप:** सांची का महान स्तूप (मध्य प्रदेश) एक प्रसिद्ध उदाहरण है।
- **मंदिर:** इस अवधि में देवी-देवताओं के लिए मंदिर भी बनाए गए।
- **गर्भगृह:** यह मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा था, जहाँ मुख्य देवता की मूर्ति स्थापित की जाती थी। यहीं पर पुजारी और भक्त पूजा करते थे।
- **शिखर:** गर्भगृह के ऊपर एक ऊँची संरचना होती थी, जिसे शिखर कहा जाता था।
- **मंडप:** मंदिरों में अक्सर एक 'मंडप' होता था, जो एक बड़ा हॉल होता था जहाँ लोग इकट्ठा होते थे।
- **पत्थर के मंदिर:** उड़ीसा में भीतरगाँव (ईंट और पत्थर से बना) और महाबलीपुरम (एक पत्थर से खुदे हुए मंदिर, जिन्हें रथ मंदिर कहते हैं) में शुरुआती मंदिरों के अच्छे उदाहरण मिलते हैं।
11.3 चित्रकला (Paintings)
चित्रकला का भी इस काल में महत्वपूर्ण विकास हुआ।
- **अजंता:** महाराष्ट्र में **अजंता की गुफाएँ** प्राचीन भारतीय चित्रकला का अद्भुत उदाहरण हैं। ये गुफाएँ कई शताब्दियों में खोदी गई थीं। इन गुफाओं में से अधिकांश बौद्ध भिक्षुओं के लिए विहार (मठ) थे। दीवारों को बुद्ध के जीवन और जातक कथाओं के दृश्यों को दर्शाने वाली कलाकृतियों से सजाया गया था। इन चित्रों के रंग पौधों और खनिजों से बने थे और ये 1500 साल बाद भी जीवंत दिखते हैं।
11.4 किताबें: पुराण और महाकाव्य (Books: Puranas and Epics)
यह वह समय था जब कई महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्य संकलित किए गए।
- **पुराण:** 'पुराण' का शाब्दिक अर्थ है "प्राचीन"। इनमें देवी-देवताओं जैसे विष्णु, शिव, दुर्गा और पार्वती से जुड़ी कहानियाँ हैं। इनमें पूजा के तरीके और सृष्टि व राजाओं के बारे में भी जानकारी है। पुराणों को पुजारियों द्वारा मंदिरों में पढ़ा जाता था, और वे सभी के लिए सुनने के लिए उपलब्ध होते थे, जिनमें महिलाएँ और शूद्र भी शामिल थे। ये सरल संस्कृत में लिखे गए थे।
- **महाकाव्य:** संस्कृत के दो महान महाकाव्य, **महाभारत** और **रामायण**, इस अवधि के दौरान लिखे गए थे।
- **महाभारत:** यह कौरवों और पांडवों के बीच के युद्ध के बारे में है, जिसमें कुरु वंश के सिंहासन के लिए संघर्ष का वर्णन है। इसे **व्यास** द्वारा लिखा गया माना जाता है।
- **रामायण:** यह कौशल के राजकुमार **राम** की कहानी है, जिन्हें 14 साल के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता को बचाने के लिए युद्ध करना पड़ा। इसे **वाल्मीकि** द्वारा लिखा गया माना जाता है।
- **कहानियाँ और कविताएँ:** जातक कथाएँ और पंचतंत्र की कहानियाँ जैसी कई अन्य लोकप्रिय कहानियाँ और कविताएँ भी इस समय लिखी गईं और उन्हें संकलित किया गया। इन्हें आम लोगों द्वारा गाई जाने वाली और रची जाने वाली कहानियाँ माना जाता था।
11.5 विज्ञान की किताबें (Books on Science)
इस काल में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
- **आर्यभट्ट:** वह एक प्रसिद्ध गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे। उन्होंने **'आर्यभट्टीयम्'** नामक पुस्तक लिखी।
- उन्होंने बताया कि दिन और रात पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने के कारण होते हैं, भले ही ऐसा लगता है कि सूर्य प्रतिदिन उगता और अस्त होता है।
- उन्होंने **सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण** की वैज्ञानिक व्याख्या की।
- उन्होंने वृत्त की परिधि को मापने का एक तरीका भी विकसित किया।
- **शून्य का आविष्कार:** भारतीयों ने **संख्याओं के लिए शून्य की अवधारणा** विकसित की, जो एक क्रांतिकारी खोज थी और बाद में अरबों के माध्यम से यूरोप में फैली।
- **आयुर्वेद:** चरक संहिता और सुश्रुत संहिता जैसे ग्रंथ भारतीय चिकित्सा प्रणाली, आयुर्वेद के विकास को दर्शाते हैं।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
-
दिल्ली का लौह स्तंभ कितना पुराना है?
दिल्ली का लौह स्तंभ लगभग 1500 साल पुराना है।
-
स्तूप का शाब्दिक अर्थ क्या है?
स्तूप का शाब्दिक अर्थ "टीला" है।
-
मंदिर का वह महत्वपूर्ण हिस्सा क्या कहलाता है जहाँ मुख्य देवता की मूर्ति स्थापित होती है?
मंदिर का वह महत्वपूर्ण हिस्सा गर्भगृह कहलाता है।
-
अजंता की गुफाएँ भारत के किस राज्य में स्थित हैं?
अजंता की गुफाएँ महाराष्ट्र में स्थित हैं।
-
'पुराण' का शाब्दिक अर्थ क्या है?
'पुराण' का शाब्दिक अर्थ "प्राचीन" है।
II. खाली स्थान भरें।
- दिल्ली का लौह स्तंभ गुप्त शासक **चंद्र** से संबंधित हो सकता है।
- स्तूप के चारों ओर **प्रदक्षिणा पथ** होता था।
- मंदिर के गर्भगृह के ऊपर बनी ऊँची संरचना को **शिखर** कहते हैं।
- **महाभारत** को वेदव्यास द्वारा लिखा गया माना जाता है।
- **रामायण** को वाल्मीकि द्वारा लिखा गया माना जाता है।
- गणितज्ञ और खगोलशास्त्री **आर्यभट्ट** ने 'आर्यभट्टीयम्' नामक पुस्तक लिखी।
III. सही विकल्प चुनें।
-
निम्नलिखित में से कौन सा स्तूप का उदाहरण है?
- भीतरगाँव मंदिर
- अजंता गुफाएँ
- **सांची का महान स्तूप**
- महाबलीपुरम रथ मंदिर
सही उत्तर: सांची का महान स्तूप
-
अजंता के चित्र मुख्य रूप से किससे संबंधित हैं?
- हिंदू देवताओं
- राजाओं और रानियों
- **जातक कथाओं और बुद्ध के जीवन**
- आम लोगों के दैनिक जीवन
सही उत्तर: जातक कथाओं और बुद्ध के जीवन
-
किसने बताया कि दिन और रात पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने के कारण होते हैं?
- चरक
- सुश्रुत
- **आर्यभट्ट**
- वाल्मीकि
सही उत्तर: आर्यभट्ट
IV. सही जोड़ी मिलाएं।
स्तंभ A | स्तंभ B (उत्तर) |
---|---|
लौह स्तंभ | दिल्ली |
स्तूप | टीला |
अजंता | चित्रकला |
महाभारत | वेदव्यास |
रामायण | वाल्मीकि |
आर्यभट्टीयम् | गणित और खगोल विज्ञान |
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