अध्याय 3: पृथ्वी की गतियाँ (Motions of the Earth)
परिचय
हमारी पृथ्वी एक गतिशील ग्रह है। यह दो प्रकार की गतियाँ करती है: **घूर्णन** (Rotation) और **परिक्रमण** (Revolution)। ये दोनों गतियाँ मिलकर पृथ्वी पर दिन-रात और विभिन्न ऋतुओं का निर्माण करती हैं। इस अध्याय में हम इन गतियों और उनके प्रभावों को समझेंगे।
3.1 घूर्णन (Rotation)
पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना **घूर्णन** कहलाता है।
- **पृथ्वी का अक्ष:** पृथ्वी का अक्ष एक काल्पनिक रेखा है, जो इसके कक्षीय समतल (orbital plane) से $66\frac{1}{2}^\circ$ का कोण बनाती है। पृथ्वी का कक्षीय समतल वह समतल है जो कक्षा द्वारा बनाया जाता है।
- **घूर्णन काल (पृथ्वी दिन):** पृथ्वी को अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करने में लगभग **24 घंटे** का समय लगता है। घूर्णन के इस समयकाल को **पृथ्वी दिन (Earth Day)** कहा जाता है। यह पृथ्वी की दैनिक गति है।
- **प्रदीप्ति वृत्त (Circle of Illumination):** ग्लोब पर वह वृत्त जो दिन तथा रात को विभाजित करता है, उसे **प्रदीप्ति वृत्त** कहते हैं। यह वृत्त अक्ष के साथ नहीं मिलता है।
- **घूर्णन के प्रभाव:**
- **दिन और रात का होना:** पृथ्वी के घूर्णन के कारण ही दिन और रात होते हैं। पृथ्वी का जो भाग सूर्य के सामने होता है, वहाँ दिन होता है, और जो भाग सूर्य से दूर होता है, वहाँ रात होती है।
- यदि पृथ्वी घूर्णन न करे, तो सूर्य की ओर वाले भाग में हमेशा दिन रहेगा और दूसरे भाग में हमेशा अंधेरा रहेगा। ऐसी स्थिति में जीवन संभव नहीं हो पाएगा।
3.2 परिक्रमण (Revolution)
सूर्य के चारों ओर एक स्थिर कक्ष में पृथ्वी की गति को **परिक्रमण** कहते हैं।
- **परिक्रमण काल (एक वर्ष):** पृथ्वी एक वर्ष या $365\frac{1}{4}$ दिन (365 दिन और 6 घंटे) में सूर्य का एक चक्कर लगाती है। हम सुविधा के लिए एक वर्ष को 365 दिन का मानते हैं और बचे हुए 6 घंटों को इसमें नहीं जोड़ते हैं।
- **लीप वर्ष (Leap Year):** प्रत्येक चौथे वर्ष फरवरी माह 28 के बदले 29 दिन का होता है। ऐसा वर्ष जिसमें 366 दिन होते हैं, उसे **लीप वर्ष** कहा जाता है। ये अतिरिक्त 6 घंटे चार वर्षों में मिलकर एक दिन (24 घंटे) के बराबर हो जाते हैं, जिसे फरवरी के महीने में जोड़ा जाता है।
- **दीर्घवृत्ताकार कक्षा:** पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक **दीर्घवृत्ताकार (elliptical)** पथ पर चक्कर लगाती है।
- **अक्ष का झुकाव:** पृथ्वी पूरे कक्ष में एक ही दिशा में झुकी हुई है। यह झुकाव ही ऋतुओं के परिवर्तन का मुख्य कारण है।
- **परिक्रमण के प्रभाव:**
- **ऋतुओं में परिवर्तन:** पृथ्वी के परिक्रमण और इसके अक्ष के एक ही दिशा में झुके होने के कारण ऋतुओं में परिवर्तन होता है। जैसे: गर्मी, सर्दी, वसंत और शरद ऋतु।
3.3 ऋतुएँ और उनकी स्थितियाँ (Seasons and their Positions)
पृथ्वी के परिक्रमण के कारण वर्ष में चार प्रमुख स्थितियाँ आती हैं, जिनसे ऋतुएँ बदलती हैं:
- **ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice) - 21 जून:**
- उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है।
- कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, जिससे इन क्षेत्रों में अधिक ऊष्मा प्राप्त होती है।
- उत्तरी ध्रुव वृत्त पर 6 महीने का लगातार दिन होता है।
- उत्तरी गोलार्ध में गर्मी की ऋतु होती है।
- 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है।
- दक्षिणी गोलार्ध में इसी समय सर्दी की ऋतु होती है और दिन छोटे होते हैं।
- **शीत अयनांत (Winter Solstice) - 22 दिसंबर:**
- दक्षिणी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है।
- मकर रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं।
- दक्षिणी ध्रुव वृत्त पर 6 महीने का लगातार दिन होता है।
- दक्षिणी गोलार्ध में गर्मी की ऋतु होती है और दिन लंबे होते हैं।
- 22 दिसंबर को दक्षिणी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है।
- उत्तरी गोलार्ध में इसी समय सर्दी की ऋतु होती है और दिन छोटे होते हैं। (भारत में इसी समय सर्दी होती है)
- **विषुव (Equinox) - 21 मार्च और 23 सितंबर:**
- इन तिथियों पर सूर्य की किरणें भूमध्य रेखा पर सीधी पड़ती हैं।
- पूरी पृथ्वी पर दिन और रात बराबर होते हैं, क्योंकि कोई भी ध्रुव सूर्य की ओर झुका नहीं होता।
- **21 मार्च:** उत्तरी गोलार्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु होती है।
- **23 सितंबर:** उत्तरी गोलार्ध में शरद ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में वसंत ऋतु होती है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
-
पृथ्वी की दो प्रमुख गतियाँ कौन-सी हैं?
पृथ्वी की दो प्रमुख गतियाँ **घूर्णन** और **परिक्रमण** हैं।
-
'पृथ्वी दिन' किसे कहते हैं?
पृथ्वी को अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करने में लगने वाले 24 घंटे के समयकाल को **पृथ्वी दिन** कहते हैं।
-
प्रदीप्ति वृत्त क्या है?
ग्लोब पर वह वृत्त जो दिन तथा रात को विभाजित करता है, उसे **प्रदीप्ति वृत्त** कहते हैं।
-
लीप वर्ष में फरवरी माह में कितने दिन होते हैं?
लीप वर्ष में फरवरी माह में **29 दिन** होते हैं।
-
किस तिथि को ग्रीष्म अयनांत होता है?
**21 जून** को ग्रीष्म अयनांत होता है।
-
किस तिथि को दिन और रात बराबर होते हैं?
**21 मार्च** और **23 सितंबर** को दिन और रात बराबर होते हैं (विषुव)।
II. खाली स्थान भरें।
- पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना **घूर्णन** कहलाता है।
- सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति को **परिक्रमण** कहते हैं।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर **24 घंटे** में एक चक्कर पूरा करती है।
- पृथ्वी का अक्ष उसके कक्षीय समतल से **$66\frac{1}{2}^\circ$** का कोण बनाता है।
- प्रत्येक चौथे वर्ष फरवरी माह में एक अतिरिक्त दिन जोड़ा जाता है, जिससे वह वर्ष **लीप वर्ष** कहलाता है।
- **22 दिसंबर** को दक्षिणी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है।
III. सही विकल्प चुनें।
-
पृथ्वी की परिक्रमण गति के कारण क्या होता है?
- दिन और रात
- ज्वार-भाटा
- पवनों की दिशा में परिवर्तन
- **ऋतुओं में परिवर्तन**
सही उत्तर: ऋतुओं में परिवर्तन
-
उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन कब होता है?
- 22 दिसंबर
- 23 सितंबर
- **21 जून**
- 21 मार्च
सही उत्तर: 21 जून
-
पृथ्वी का अक्ष एक काल्पनिक रेखा है जो इसके कक्षीय समतल से कितना कोण बनाती है?
- $90^\circ$
- $23\frac{1}{2}^\circ$
- **$66\frac{1}{2}^\circ$**
- $0^\circ$
सही उत्तर: $66\frac{1}{2}^\circ$
IV. सही जोड़ी मिलाएं।
स्तंभ A | स्तंभ B (उत्तर) |
---|---|
घूर्णन | दिन और रात |
परिक्रमण | ऋतुओं में परिवर्तन |
21 जून | ग्रीष्म अयनांत |
22 दिसंबर | शीत अयनांत |
21 मार्च | वसंत विषुव |
23 सितंबर | शरद विषुव |
लीप वर्ष | 366 दिन |
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