अध्याय 7: पौधों को जानिए (Getting to Know Plants) - प्रश्नोत्तर
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)
I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।
-
शाक (Herb) किसे कहते हैं?
हरे एवं कोमल तने वाले पौधे, जो आमतौर पर छोटे होते हैं और जिनकी बहुत कम शाखाएँ होती हैं, शाक कहलाते हैं।
-
झाड़ी (Shrub) किसे कहते हैं?
जिन पौधों में शाखाएँ तने के आधार (जमीन के पास) से निकलती हैं, तना कठोर होता है परंतु बहुत मोटा नहीं होता, उन्हें झाड़ी कहते हैं।
-
वृक्ष (Tree) किसे कहते हैं?
कुछ पौधे बहुत ऊँचे होते हैं और इनका तना सुदृढ़, मोटा एवं गहरा भूरा होता है, तथा शाखाएँ तने के ऊपरी भाग से निकलती हैं, उन्हें वृक्ष कहते हैं।
-
विसर्पी लताएँ (Creepers) क्या होती हैं?
कमजोर तने वाले वे पौधे जो सीधे खड़े नहीं हो सकते और भूमि पर फैल जाते हैं, विसर्पी लताएँ कहलाती हैं।
-
आरोही (Climbers) क्या होते हैं?
वे पौधे जिनके तने कमजोर होते हैं लेकिन वे आसपास की संरचनाओं (जैसे दीवार, पेड़) का सहारा लेकर ऊपर चढ़ते हैं, आरोही कहलाते हैं।
-
पत्ती में शिरा-विन्यास क्या होता है?
पत्ती पर शिराओं द्वारा बनाया गया डिज़ाइन या पैटर्न शिरा-विन्यास कहलाता है।
-
प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) क्या है?
वह प्रक्रिया जिसमें पत्तियाँ सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड, जल और क्लोरोफिल की सहायता से अपना भोजन स्वयं बनाती हैं, प्रकाश संश्लेषण कहलाती है।
-
वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) क्या है?
पत्तियों से जल का वाष्प के रूप में बाहर निकलना वाष्पोत्सर्जन कहलाता है।
-
पुष्प के चार मुख्य भाग कौन-कौन से हैं?
पुष्प के मुख्य भाग बाह्यदल (sepals), पंखुड़ियाँ (petals), पुंकेसर (stamen) और स्त्रीकेसर (pistil) हैं।
II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।
-
तने के दो मुख्य कार्य क्या हैं?
तना पौधे को सीधा खड़ा रखने में मदद करता है और शाखाओं, पत्तियों, फूलों तथा फलों को धारण करता है। इसका दूसरा मुख्य कार्य जड़ों द्वारा अवशोषित जल और खनिजों को पत्तियों तक पहुँचाना है, और पत्तियों में बने भोजन को पौधे के अन्य भागों तक वितरित करना है।
-
पत्ती के मुख्य भाग कौन-कौन से हैं और उनका क्या कार्य है?
पत्ती के मुख्य भाग पर्णवृंत (petiole) और फलक (lamina) हैं। पर्णवृंत पत्ती को तने से जोड़ता है, जबकि फलक पत्ती का हरा, चपटा भाग होता है जहाँ प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया होती है। पत्ती में शिराएँ भी होती हैं जो जल और भोजन के परिवहन में मदद करती हैं।
-
मूसला जड़ (Taproot) और रेशेदार जड़ (Fibrous root) में क्या अंतर है?
मूसला जड़ में एक मुख्य, मोटी जड़ होती है जो सीधी नीचे जाती है और उससे छोटी पार्श्व जड़ें निकलती हैं (जैसे गाजर)। रेशेदार जड़ में कोई मुख्य जड़ नहीं होती, बल्कि कई पतली, समान आकार की जड़ें तने के आधार से निकलती हैं (जैसे घास)।
-
आप कैसे पता करेंगे कि किसी पत्ती में जालिका रूपी शिरा-विन्यास है या समांतर शिरा-विन्यास?
यह जानने के लिए, पत्ती को एक सफेद कागज के नीचे रखकर पेंसिल की नोक को तिरछा पकड़कर कागज पर धीरे-धीरे रगड़ें। पत्ती की शिराओं का छाप कागज पर दिखाई देगी। यदि शिराएँ एक जाल जैसा पैटर्न बनाती हैं, तो यह जालिका रूपी शिरा-विन्यास है (जैसे तुलसी)। यदि शिराएँ एक-दूसरे के समानांतर होती हैं, तो यह समांतर शिरा-विन्यास है (जैसे मक्का)।
III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।
-
पौधे में पत्ती द्वारा भोजन बनाने की प्रक्रिया (प्रकाश संश्लेषण) का विस्तार से वर्णन करें।
पौधों में, पत्तियाँ वह स्थान होती हैं जहाँ अधिकांश पौधों के लिए भोजन बनता है। यह प्रक्रिया **प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)** कहलाती है। इस प्रक्रिया के लिए चार मुख्य घटकों की आवश्यकता होती है: सूर्य का प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड, जल और क्लोरोफिल। पत्तियों में मौजूद हरा वर्णक जिसे **क्लोरोफिल** कहते हैं, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने में मदद करता है। पत्तियाँ वायुमंडल से छोटे छिद्रों, जिन्हें **स्टोमेटा** कहते हैं, के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड गैस लेती हैं।
जल जड़ों द्वारा मिट्टी से अवशोषित किया जाता है और तने के माध्यम से पत्तियों तक पहुँचता है। पत्तियों में पहुँचने के बाद, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके, क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड और जल रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करते हैं। इस प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप भोजन (कार्बोहाइड्रेट, आमतौर पर ग्लूकोज के रूप में) और ऑक्सीजन का निर्माण होता है। ऑक्सीजन पत्तियों में मौजूद स्टोमेटा के माध्यम से वायुमंडल में छोड़ दी जाती है। इस प्रकार, पत्तियाँ न केवल पौधे के लिए भोजन बनाती हैं बल्कि पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन भी उत्पन्न करती हैं। यह प्रक्रिया पौधों को स्वपोषी बनाती है, यानी वे अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
-
पुष्प के विभिन्न भागों का वर्णन करें और बताएं कि वे पौधे के लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं।
पुष्प पौधों का सबसे आकर्षक भाग होता है और यह पौधे के प्रजनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक विशिष्ट पुष्प में चार मुख्य चक्र होते हैं: **बाह्यदल (Sepals), पंखुड़ियाँ (Petals), पुंकेसर (Stamen) और स्त्रीकेसर (Pistil)**। **बाह्यदल** पुष्प का सबसे बाहरी हरा भाग होता है। ये कली अवस्था में पुष्प के आंतरिक भागों की रक्षा करते हैं। कुछ पौधों में ये आपस में जुड़े होते हैं, जबकि कुछ में स्वतंत्र होते हैं।
**पंखुड़ियाँ** पुष्प का रंगीन और सुगंधित भाग होती हैं। इनका मुख्य कार्य परागण के लिए कीटों को आकर्षित करना है। इनकी संख्या और आकार विभिन्न पौधों में भिन्न हो सकते हैं। **पुंकेसर** पुष्प का नर प्रजनन अंग है, जिसमें दो भाग होते हैं: परागकोष (anther) और तंतु (filament)। परागकोष में परागकण (pollen grains) होते हैं, जो नर युग्मक होते हैं। **स्त्रीकेसर** पुष्प का मादा प्रजनन अंग है, जिसके तीन भाग होते हैं: वर्तिकाग्र (stigma), वर्तिका (style) और अंडाशय (ovary)। वर्तिकाग्र परागकणों को ग्रहण करता है, वर्तिका एक नली है जो वर्तिकाग्र को अंडाशय से जोड़ती है, और अंडाशय में बीजांड (ovules) होते हैं जो निषेचन के बाद बीज में विकसित होते हैं। ये सभी भाग मिलकर पौधे में प्रजनन की प्रक्रिया को पूरा करते हैं, जिससे नए बीज और फल बनते हैं और पौधे की प्रजाति का निरंतर अस्तित्व सुनिश्चित होता है।
(ब्राउज़र के प्रिंट-टू-पीडीएफ फ़ंक्शन का उपयोग करता है। दिखावट भिन्न हो सकती है।)