अध्याय 15: हमारे चारों ओर वायु (Air Around Us) - प्रश्नोत्तर

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)

I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।

  1. वायुमंडल (Atmosphere) क्या है?

    पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए गैसों की परत को वायुमंडल कहते हैं।

  2. वायु किन गैसों का मिश्रण है?

    वायु नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प और कुछ अन्य गैसों का मिश्रण है।

  3. किस गैस का उपयोग जीवित प्राणी श्वसन के लिए करते हैं?

    ऑक्सीजन गैस का उपयोग जीवित प्राणी श्वसन के लिए करते हैं।

  4. किस गैस का उपयोग पौधे प्रकाश संश्लेषण के लिए करते हैं?

    कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उपयोग पौधे प्रकाश संश्लेषण के लिए करते हैं।

  5. वायु की उपस्थिति दर्शाने वाला एक सरल प्रयोग बताएँ।

    एक खाली बोतल को उल्टी करके पानी से भरी बाल्टी में डुबोने पर पानी अंदर नहीं जाता क्योंकि बोतल में वायु होती है, जो वायु की उपस्थिति दर्शाती है।

  6. पवनचक्की (Windmill) का क्या उपयोग है?

    पवनचक्की का उपयोग कुओं से पानी निकालने, बिजली बनाने और आटा चक्कियों को चलाने के लिए किया जाता है।

  7. धूल और धुआँ वायु को कैसे प्रभावित करते हैं?

    धूल और धुआँ वायु को प्रदूषित करते हैं, जिससे वायु की गुणवत्ता खराब होती है और श्वसन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।

  1. आप कैसे सिद्ध करेंगे कि वायु स्थान घेरती है?

    एक खाली गिलास को सीधा पानी से भरी बाल्टी में डुबोने पर उसमें पानी नहीं भरता। यदि गिलास को थोड़ा तिरछा करें तो बुलबुले निकलते हैं और पानी भर जाता है। ये बुलबुले गिलास में फंसी हवा के कारण होते हैं, जो यह सिद्ध करता है कि वायु स्थान घेरती है।

  2. जल में घुली वायु का जलीय जंतुओं के लिए क्या महत्व है?

    जल में घुली हुई वायु (विशेषकर ऑक्सीजन) जलीय जंतुओं और पौधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मछली और अन्य जलीय जीव जल में घुली ऑक्सीजन का उपयोग श्वसन के लिए करते हैं, जिससे वे पानी के भीतर जीवित रह पाते हैं। इसके बिना उनका जीवित रहना असंभव है।

  3. वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन कैसे बना रहता है?

    वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन पौधों और जंतुओं की श्वसन प्रक्रिया तथा पौधों की प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा बना रहता है। जंतु श्वसन में ऑक्सीजन लेते और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं, जबकि पौधे प्रकाश संश्लेषण में कार्बन डाइऑक्साइड लेते और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह एक प्राकृतिक चक्र है।

III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।

  1. वायु के संघटन (Composition of Air) का वर्णन करें और बताएं कि इसका प्रत्येक घटक क्यों महत्वपूर्ण है।

    वायु विभिन्न गैसों का मिश्रण है, कोई एक पदार्थ नहीं। यह मुख्य रूप से **नाइट्रोजन (लगभग 78%)**, **ऑक्सीजन (लगभग 21%)**, और **कार्बन डाइऑक्साइड (लगभग 0.03-0.04%)** से बनी होती है, साथ ही इसमें **जलवाष्प**, **धूल कण**, और कुछ अन्य निष्क्रिय गैसें (जैसे आर्गन) भी बहुत कम मात्रा में पाई जाती हैं। प्रत्येक घटक का अपना विशेष महत्व है। **नाइट्रोजन** वायु का सबसे बड़ा घटक है, जो पौधों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे इसका उपयोग प्रोटीन बनाने के लिए करते हैं, हालांकि वे इसे सीधे वायु से नहीं लेते। यह दहन की प्रक्रिया को धीमा करने में भी मदद करती है।

    **ऑक्सीजन** जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण गैस है। सभी जीवित प्राणी श्वसन के लिए ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं। यह दहन (जलने) की प्रक्रिया के लिए भी आवश्यक है। ऑक्सीजन के बिना आग जल नहीं सकती। **कार्बन डाइऑक्साइड** पौधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है; वे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में अपना भोजन बनाने के लिए इसका उपयोग करते हैं। हालांकि, इसकी बढ़ी हुई मात्रा ग्रीनहाउस प्रभाव में योगदान कर सकती है। **जलवाष्प** वायुमंडल में बादलों के निर्माण और वर्षा के लिए जिम्मेदार होती है, जिससे पृथ्वी पर जल चक्र चलता रहता है। **धूल कण** भी वायु का एक हिस्सा हैं, जो बादलों के निर्माण के लिए संघनन केंद्र प्रदान करते हैं, हालांकि अत्यधिक धूल प्रदूषण का कारण बन सकती है। इस प्रकार, ये सभी घटक मिलकर पृथ्वी पर जीवन के लिए एक उपयुक्त वातावरण बनाते हैं।

  2. वायु के उन गुणों का वर्णन करें जो हमारे दैनिक जीवन और पर्यावरण में इसके महत्व को दर्शाते हैं।

    वायु कई महत्वपूर्ण गुणों को प्रदर्शित करती है जो हमारे दैनिक जीवन और पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं। सबसे पहले, **वायु स्थान घेरती है**। इसका एक सरल प्रदर्शन यह है कि एक गुब्बारा फुलाने पर वह आकार ले लेता है क्योंकि उसमें वायु भर जाती है। यह गुण यह समझने में मदद करता है कि खाली दिखने वाले बर्तनों में भी वास्तव में वायु भरी होती है। दूसरा महत्वपूर्ण गुण है कि **वायु दाब डालती है**। साइकिल के टायरों में हवा भरने पर वे सख्त हो जाते हैं क्योंकि अंदर की हवा बाहर की ओर दबाव डालती है। पवनचक्की वायु के इसी गुण का उपयोग करके चलती है, जहाँ हवा का दबाव टर्बाइनों को घुमाता है और बिजली पैदा करता है।

    तीसरा, **वायु रंगहीन, गंधहीन और पारदर्शी होती है**, जिससे हम अपने आसपास की चीजों को देख पाते हैं और सांस ले पाते हैं बिना किसी बाधा के। चौथा, **वायु में ऑक्सीजन होती है जो दहन और श्वसन के लिए आवश्यक है**। बिना ऑक्सीजन के कोई भी वस्तु जल नहीं सकती और जीवित प्राणी सांस नहीं ले सकते। पाँचवाँ, **वायु में जलवाष्प होती है** जो वर्षा और जल चक्र का एक अभिन्न अंग है। वाष्पीकरण द्वारा जलवाष्प वायु में मिलती है और संघनित होकर बादल बनाती है, जिससे वर्षा होती है। इसके अलावा, **वायु ऊष्मा का कुचालक होती है**, जिसका उपयोग कपड़े, रजाई और घरों को गर्म रखने में किया जाता है, क्योंकि फंसी हुई हवा गर्मी को बाहर निकलने से रोकती है। ये सभी गुण मिलकर वायु को पृथ्वी पर जीवन और हमारे दैनिक कार्यों के लिए एक अनिवार्य घटक बनाते हैं।

(ब्राउज़र के प्रिंट-टू-पीडीएफ फ़ंक्शन का उपयोग करता है। दिखावट भिन्न हो सकती है।)