अध्याय 13: चुंबकों द्वारा मनोरंजन (Fun with Magnets) - प्रश्नोत्तर

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर (Questions & Answers)

I. कुछ शब्दों या एक-दो वाक्यों में उत्तर दें।

  1. चुंबक क्या होते हैं?

    चुंबक वे पदार्थ होते हैं जो **लोहे, निकल और कोबाल्ट** जैसी वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

  2. चुंबक के दो ध्रुवों के नाम लिखिए।

    चुंबक के दो ध्रुव **उत्तरी ध्रुव (North Pole)** और **दक्षिणी ध्रुव (South Pole)** होते हैं।

  3. चुंबकीय पदार्थ क्या होते हैं?

    चुंबकीय पदार्थ वे होते हैं जो **चुंबक की ओर आकर्षित** होते हैं, जैसे लोहा, निकल, कोबाल्ट।

  4. अचुंबकीय पदार्थ क्या होते हैं?

    अचुंबकीय पदार्थ वे होते हैं जो **चुंबक की ओर आकर्षित नहीं** होते हैं, जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, कागज।

  5. कृत्रिम चुंबक के दो उदाहरण दीजिए।

    कृत्रिम चुंबक के दो उदाहरण **छड़ चुंबक (Bar magnet)** और **घोड़े की नाल का चुंबक (Horseshoe magnet)** हैं।

II. प्रत्येक प्रश्न का एक लघु पैराग्राफ (लगभग 30 शब्द) में उत्तर दें।

  1. चुंबक अपने किनारों पर सबसे अधिक आकर्षित क्यों करते हैं?

    चुंबक अपने **ध्रुवों** (किनारों) पर सबसे अधिक आकर्षित करते हैं क्योंकि चुंबकीय शक्ति या चुंबकीय बल रेखाएं ध्रुवों पर **सबसे अधिक सघन** होती हैं। यही कारण है कि चुंबकीय पदार्थ चुंबक के किनारों पर सबसे मजबूती से चिपकते हैं।

  2. कंपास (दिक्सूचक) कैसे काम करता है?

    कंपास एक छोटा चुंबक होता है जिसे एक धुरी पर स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए लगाया जाता है। यह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ संरेखित होता है, जिससे इसकी सुई हमेशा **उत्तर-दक्षिण दिशा** में ठहरती है। इसका उपयोग दिशा ज्ञात करने के लिए किया जाता है।

  3. दो चुंबकों को पास लाने पर वे कब आकर्षित होते हैं और कब प्रतिकर्षित?

    दो चुंबक तब **आकर्षित** होते हैं जब उनके **विपरीत ध्रुव** (जैसे उत्तर और दक्षिण) एक-दूसरे के पास लाए जाते हैं। वे तब **प्रतिकर्षित** (एक-दूसरे से दूर धकेलते) होते हैं जब उनके **समान ध्रुव** (जैसे उत्तर और उत्तर, या दक्षिण और दक्षिण) एक-दूसरे के पास लाए जाते हैं।

III. प्रत्येक प्रश्न का दो या तीन पैराग्राफ (100–150 शब्द) में उत्तर दें।

  1. आप अपना स्वयं का एक चुंबक कैसे बना सकते हैं? विस्तार से समझाएँ।

    आप लोहे या स्टील के एक टुकड़े (जैसे एक लोहे की कील या ब्लेड) को रगड़ विधि से चुंबक में बदल सकते हैं। इसके लिए आपको एक स्थायी चुंबक (जैसे एक छड़ चुंबक) की आवश्यकता होगी। विधि यह है: लोहे की कील को एक सपाट सतह पर रखें। अब स्थायी चुंबक के एक ध्रुव (उदाहरण के लिए, उत्तरी ध्रुव) को कील के एक सिरे पर रखें और उसे कील की पूरी लंबाई के साथ दूसरे सिरे तक ले जाएँ, बिना इसे उठाए। जब आप कील के दूसरे सिरे पर पहुँच जाएँ, तो चुंबक को उठा लें और उसे प्रारंभिक सिरे पर वापस लाएँ, फिर उसी दिशा में फिर से रगड़ना शुरू करें। यह महत्वपूर्ण है कि चुंबक को हमेशा **एक ही दिशा** में रगड़ा जाए और रगड़ने के बाद उसे कील से ऊपर उठा लिया जाए।

    इस प्रक्रिया को **लगभग 30-40 बार दोहराएँ**। रगड़ने की संख्या लोहे के टुकड़े के आकार और चुंबक की शक्ति पर निर्भर करती है। कुछ देर बाद, कील चुंबकीय गुण प्राप्त कर लेगी। आप इसे छोटे लोहे के टुकड़ों, जैसे पिन या आलपिन, को अपनी ओर आकर्षित करके परीक्षण कर सकते हैं। यह विधि लोहे के परमाणुओं के आंतरिक चुंबकीय डोमेन को एक ही दिशा में संरेखित करती है, जिससे कील एक अस्थायी चुंबक बन जाती है। हालाँकि, यह घर पर बनाया गया चुंबक स्थायी चुंबक जितना मजबूत या टिकाऊ नहीं होगा और समय के साथ अपनी चुंबकीय शक्ति खो सकता है।

  2. चुंबकों को अपनी चुंबकीय शक्ति खोने से बचाने के लिए क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?

    चुंबक अपनी चुंबकीय शक्ति कई कारणों से खो सकते हैं, इसलिए उनकी देखभाल करना महत्वपूर्ण है। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, चुंबकों को **गर्म नहीं करना चाहिए**। अत्यधिक गर्मी चुंबक के परमाणुओं की आंतरिक संरचना को अव्यवस्थित कर देती है, जिससे वे अपनी चुंबकीय शक्ति खो देते हैं। इसी तरह, चुंबकों को **किसी ऊँचाई से गिराना नहीं चाहिए** या उन पर **जोर से चोट नहीं मारनी चाहिए**। बार-बार गिरने या चोट लगने से भी उनके आंतरिक डोमेन अस्त-व्यस्त हो सकते हैं और वे कमजोर पड़ सकते हैं या पूरी तरह से विचुंबकित हो सकते हैं।

    दूसरा, चुंबकों को **सुरक्षित रूप से संग्रहित** करना चाहिए। यदि दो छड़ चुंबक को एक साथ रखना हो, तो उनके विपरीत ध्रुवों को एक साथ रखना चाहिए और उनके सिरों पर लकड़ी के टुकड़े (स्पेसर्स) लगाकर रखना चाहिए ताकि वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित न करें। घोड़े की नाल के चुंबक के लिए, उसके ध्रुवों को एक लोहे के टुकड़े (आर्मेचर) से बंद करके रखना चाहिए। ऐसा करने से चुंबक की चुंबकीय शक्ति को बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, चुंबकों को **कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टेलीविजन, और सीडी/डीवीडी** जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रखना चाहिए, क्योंकि चुंबक इन उपकरणों को नुकसान पहुँचा सकते हैं और इनकी कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं। इन सावधानियों का पालन करके हम चुंबकों को लंबे समय तक प्रभावी बनाए रख सकते हैं।

(ब्राउज़र के प्रिंट-टू-पीडीएफ फ़ंक्शन का उपयोग करता है। दिखावट भिन्न हो सकती है।)