अध्याय 2: इंडो-चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन (Nationalism in Indo-China)
परिचय
कक्षा 10 इतिहास का दूसरा अध्याय **'इंडो-चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन'** हमें वियतनाम, लाओस और कंबोडिया के इतिहास से परिचित कराता है, जिसे सामूहिक रूप से इंडो-चाइना कहा जाता है। यह अध्याय बताता है कि कैसे फ्रांसीसी उपनिवेशवाद ने इस क्षेत्र को प्रभावित किया और कैसे वियतनामी लोगों ने उपनिवेशवादी शासन के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने अंततः उनके स्वतंत्रता संग्राम को जन्म दिया।
---1. फ्रांसीसी उपनिवेशवाद का उदय (Emergence of French Colonialism)
फ्रांसीसियों ने 19वीं शताब्दी के मध्य से **वियतनाम** में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना शुरू किया।
- **औपनिवेशिक विस्तार के कारण:**
- वियतनाम की **प्राकृतिक संपदा** (जैसे चावल, रबर, कोयला) का शोषण।
- चीन के साथ व्यापार के लिए एक **रणनीतिक स्थान** (पुलहेड) के रूप में।
- अन्य पश्चिमी शक्तियों (विशेषकर ब्रिटेन) के विस्तार का मुकाबला करना।
- **औपनिवेशिक नीतियाँ:**
- फ्रांसीसियों ने वियतनाम के **आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन को नियंत्रित** करने का प्रयास किया।
- उन्होंने वियतनाम के **परंपरागत शिक्षा प्रणाली को नष्ट** किया और फ्रांसीसी संस्कृति को बढ़ावा दिया।
- **सड़कों और रेलवे का नेटवर्क** विकसित किया गया, लेकिन यह मुख्य रूप से औपनिवेशिक उद्देश्यों के लिए था।
2. स्कूलों में औपनिवेशिक शिक्षा (Colonial Education in Schools)
फ्रांसीसियों ने वियतनाम में अपनी उपनिवेशवादी नीतियों को लागू करने के लिए शिक्षा को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया।
- **लक्ष्य:** वियतनामी लोगों को "सभ्य" बनाना और ऐसे कर्मचारी तैयार करना जो फ्रांसीसी प्रशासन में मदद कर सकें।
- **भाषा विवाद:** फ्रांसीसी ने वियतनामी भाषा को कम करके फ्रांसीसी को बढ़ावा दिया।
- **पाठ्यक्रम:** वियतनामी इतिहास और संस्कृति को नीचा दिखाया गया, जबकि फ्रांसीसी संस्कृति और इतिहास को महिमामंडित किया गया।
- **टनकिन फ्री स्कूल (Tonkin Free School):** 1907 में खोला गया, जिसका उद्देश्य पश्चिमी विज्ञान, स्वच्छता और फ्रांसीसी भाषा पढ़ाना था।
3. स्वच्छता, रोग और शहरीकरण (Hygiene, Disease and Urbanisation)
फ्रांसीसियों के शहरीकरण प्रयासों के बावजूद, स्वच्छता की कमी ने बीमारियों को जन्म दिया।
- **हनोई का विस्तार:** फ्रांसीसियों ने हनोई को एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित किया, लेकिन इसके साथ ही सीवेज की समस्याएँ पैदा हुईं।
- **बुबोनिक प्लेग (Bubonic Plague):** 1903 में हनोई में बुबोनिक प्लेग का प्रकोप हुआ, जिससे शहर के स्वच्छता प्रणाली की खामियाँ उजागर हुईं।
- **रेट हंट (Rat Hunt):** प्लेग को नियंत्रित करने के लिए एक "रेट हंट" अभियान चलाया गया, जिसमें वियतनामी श्रमिकों को चूहे मारने के लिए भुगतान किया गया। इससे भ्रष्टाचार फैला और समस्या का स्थायी समाधान नहीं मिला।
4. धर्म और उपनिवेशवाद (Religion and Colonialism)
धर्म ने फ्रांसीसी शासन के खिलाफ राष्ट्रवादी आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- **बौद्ध धर्म और कन्फ्यूशियसवाद:** वियतनाम की पारंपरिक धार्मिक मान्यताएँ थीं, जिन्हें फ्रांसीसी ईसाई धर्म (कैथोलिक) ने चुनौती दी।
- **स्कॉलर्स रिवोल्ट (Scholars' Revolt) (1868):** एक फ्रांसीसी विरोधी आंदोलन जो कैथोलिक धर्म के प्रसार के खिलाफ था।
- **होआ हाओ आंदोलन (Hoa Hao Movement) (1939):** एक धार्मिक आंदोलन जो फ्रांसीसी शासन और पश्चिमी प्रभावों के खिलाफ था। इसके नेता **हुईन फु सो (Huynh Phu So)** थे। यह आंदोलन ग्रामीण क्षेत्रों में लोकप्रिय हुआ।
5. कम्युनिस्ट आंदोलन और वियतनामी राष्ट्रवाद (Communist Movement and Vietnamese Nationalism)
20वीं शताब्दी में, साम्यवाद ने वियतनामी राष्ट्रवाद को एक नई दिशा दी।
- **हो ची मिन्ह (Ho Chi Minh):** एक प्रमुख राष्ट्रवादी और कम्युनिस्ट नेता, जिन्होंने 1930 में **वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी (Vietnamese Communist Party)** की स्थापना की।
- **वियत मिन्ह (Viet Minh):** 1941 में हो ची मिन्ह द्वारा स्थापित एक संगठन, जिसने जापानियों और फ्रांसीसियों दोनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- **अगस्त क्रांति (August Revolution) (1945):** जापानियों की हार के बाद वियत मिन्ह ने हनोई पर नियंत्रण कर लिया और **वियतनाम लोकतांत्रिक गणराज्य** की घोषणा की।
6. संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम युद्ध (USA and the Vietnam War)
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, फ्रांस ने वियतनाम पर फिर से नियंत्रण हासिल करने की कोशिश की, जिससे वियतनाम युद्ध शुरू हुआ।
- **दिएन बिएन फू (Dien Bien Phu) (1954):** फ्रांसीसी सेना को वियत मिन्ह ने निर्णायक रूप से हराया, जिससे फ्रांसीसी शासन का अंत हुआ।
- **जिनेवा समझौता (Geneva Accord) (1954):** वियतनाम को उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में विभाजित किया गया, जिसमें उत्तरी वियतनाम कम्युनिस्टों के नियंत्रण में था और दक्षिणी वियतनाम अमेरिकी समर्थित सरकार के तहत था।
- **वियतनाम युद्ध (Vietnam War) (1960-1975):** संयुक्त राज्य अमेरिका ने दक्षिणी वियतनाम में कम्युनिस्टों के प्रसार को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया। यह एक लंबा और क्रूर युद्ध था।
- **हो ची मिन्ह ट्रेल (Ho Chi Minh Trail):** उत्तरी वियतनाम से दक्षिणी वियतनाम तक हथियारों और सैनिकों की आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण मार्ग।
- **रासायनिक हथियार:** अमेरिका द्वारा एजेंट ऑरेंज (Agent Orange) और नेपाम (Napalm) जैसे रासायनिक हथियारों का उपयोग, जिसका पर्यावरण और लोगों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा।
- **युद्ध का अंत:** 1975 में वियतनाम की जीत हुई और 1976 में वियतनाम का **पुनर्मिलन** हुआ।
7. वियतनाम युद्ध और अमेरिकी प्रतिक्रिया (The Vietnam War and US Reaction)
वियतनाम युद्ध ने अमेरिका के भीतर और दुनिया भर में महत्वपूर्ण विरोध को जन्म दिया।
- **युद्ध-विरोधी आंदोलन:** अमेरिका में कई युवा, छात्र और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता युद्ध के खिलाफ थे, क्योंकि वे इसे अन्यायपूर्ण और अनावश्यक मानते थे।
- **अमेरिकी सेना का मनोबल:** अमेरिकी सैनिकों का मनोबल कम हो गया, और युद्ध अपराधों के आरोप सामने आए।
- **मीडिया की भूमिका:** मीडिया ने युद्ध की सच्चाई को उजागर किया, जिससे अमेरिकी जनता का समर्थन कम हुआ।
8. महिलाएँ और वियतनाम युद्ध (Women and the Vietnam War)
वियतनाम युद्ध में महिलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने सैनिकों के लिए सामान ढोया, घायल सैनिकों की देखभाल की, और यहां तक कि लड़ाकू भूमिकाओं में भी भाग लिया।
- कई महिलाओं ने देश के पुनर्निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
9. युद्ध के बाद का वियतनाम (Post-War Vietnam)
युद्ध के बाद, वियतनाम ने खुद को एक एकीकृत समाजवादी गणराज्य के रूप में स्थापित किया।
- आर्थिक पुनर्निर्माण और सामाजिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- आज, वियतनाम एक तेजी से विकासशील देश है जिसने अपनी युद्धकालीन विरासत को अपनाया है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर
अभ्यास के प्रश्न
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औपनिवेशिक शक्तियों द्वारा वियतनाम में स्कूल क्यों खोले गए?
औपनिवेशिक शक्तियों, विशेष रूप से फ्रांसीसियों, द्वारा वियतनाम में स्कूल खोलने के कई उद्देश्य थे:
1. **प्रशासकीय आवश्यकताएँ:** फ्रांसीसी प्रशासन को चलाने के लिए ऐसे क्लर्कों और निचले स्तर के कर्मचारियों की आवश्यकता थी जो फ्रांसीसी भाषा और प्रणाली को समझते हों। इन स्कूलों से ऐसे प्रशिक्षित वियतनामी तैयार किए जा सकते थे।2. **"सभ्य बनाने का मिशन":** फ्रांसीसी स्वयं को "सभ्य मिशन" (mission civilisatrice) के वाहक मानते थे। उनका मानना था कि वे वियतनामी लोगों को पश्चिमी विचारों और संस्कृति से परिचित कराकर "सभ्य" बना रहे हैं। स्कूल इस मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे।3. **सांस्कृतिक वर्चस्व:** फ्रांसीसी अपनी संस्कृति, भाषा और मूल्यों को वियतनामियों पर थोपना चाहते थे ताकि वियतनामी अपनी पारंपरिक संस्कृति को भूलकर फ्रांसीसी संस्कृति को अपना लें और औपनिवेशिक शासन को स्वीकार कर सकें।4. **राष्ट्रवादी भावना को कमजोर करना:** फ्रांसीसी यह भी उम्मीद करते थे कि पश्चिमी शिक्षा वियतनामी युवाओं में राष्ट्रवादी भावनाओं को कमजोर करेगी और उन्हें फ्रांसीसी शासन के प्रति वफादार बनाएगी। हालांकि, इसका अक्सर विपरीत प्रभाव हुआ। -
वियतनाम के लोगों ने फ्रांसीसी उपनिवेशवाद के खिलाफ कैसे प्रतिरोध किया?
वियतनाम के लोगों ने फ्रांसीसी उपनिवेशवाद के खिलाफ विभिन्न तरीकों से प्रतिरोध किया:
1. **शुरुआती सशस्त्र विद्रोह:** 19वीं सदी के अंत में और 20वीं सदी की शुरुआत में कई छोटे-बड़े सशस्त्र विद्रोह हुए, जैसे स्कॉलर्स रिवोल्ट (1868) जो फ्रांसीसी ईसाई मिशनरियों के खिलाफ था।2. **धार्मिक आंदोलन:** होआ हाओ आंदोलन (1939) जैसे धार्मिक आंदोलनों ने फ्रांसीसी शासन और पश्चिमी प्रभावों का विरोध किया, जो ग्रामीण आबादी के बीच लोकप्रिय हुए।3. **शिक्षा के माध्यम से प्रतिरोध:** वियतनामी छात्रों और बुद्धिजीवियों ने फ्रांसीसी शिक्षा प्रणाली और भाषा नीतियों का विरोध किया। उन्होंने अपनी सांस्कृतिक पहचान और भाषा के महत्व पर जोर दिया।4. **राष्ट्रवादी संगठन:** फान बोई चाउ (Duy Tan Hoi) और फान चू ट्रिन (Viet Nam Quang Phuc Hoi) जैसे राष्ट्रवादियों ने विदेशों से मदद मांगने और वियतनाम को आधुनिक बनाने की कोशिश की। उन्होंने वियतनामी युवाओं को जापान और चीन भेजा ताकि वे वहाँ से प्रेरणा ले सकें।5. **कम्युनिस्ट आंदोलन:** हो ची मिन्ह के नेतृत्व में वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी (1930) और वियत मिन्ह (1941) का उदय हुआ। इन संगठनों ने सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से फ्रांसीसी और बाद में जापानी उपनिवेशवाद का विरोध किया।6. **गुरिल्ला युद्ध:** वियत मिन्ह और बाद में वियत कांग ने फ्रांसीसी और अमेरिकी सेनाओं के खिलाफ प्रभावी गुरिल्ला युद्ध रणनीति अपनाई, जैसे हो ची मिन्ह ट्रेल का उपयोग।7. **जन आंदोलन और विरोध:** मजदूरों, किसानों और छात्रों ने हड़तालों, प्रदर्शनों और असहयोग के माध्यम से भी प्रतिरोध व्यक्त किया। -
हो ची मिन्ह ट्रेल क्या था? इसके महत्व का वर्णन कीजिए।
**हो ची मिन्ह ट्रेल (Ho Chi Minh Trail):** यह एक जटिल और विशाल मार्ग था जो उत्तरी वियतनाम से होकर लाओस और कंबोडिया से गुजरता हुआ दक्षिणी वियतनाम तक जाता था। यह कोई एक सड़क नहीं थी, बल्कि पैदल रास्तों, नदियों और पहाड़ों से होकर गुजरने वाले मार्गों का एक नेटवर्क था। इस ट्रेल को वियतनाम युद्ध के दौरान उत्तरी वियतनामी सेना (NVA) और वियत कांग (VC) द्वारा रसद, हथियार, गोला-बारूद और सैनिकों को दक्षिणी वियतनाम तक पहुँचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।**इसका महत्व:**
- **सैन्य आपूर्ति का मार्ग:** यह दक्षिणी वियतनाम में युद्ध लड़ रहे कम्युनिस्ट बलों के लिए जीवन रेखा थी। इसने उन्हें लगातार आपूर्ति और सुदृढीकरण प्राप्त करने में सक्षम बनाया, जिससे वे अमेरिकी और दक्षिणी वियतनामी सेना के खिलाफ लंबे समय तक युद्ध जारी रख सके।
- **रणनीतिक लाभ:** यह मार्ग घने जंगलों और पहाड़ों से होकर गुजरता था, जिससे अमेरिकी बमबारी और निगरानी से बचना आसान हो जाता था। अमेरिकी सेना ने इसे नष्ट करने के कई प्रयास किए, लेकिन वे कभी पूरी तरह सफल नहीं हुए।
- **मनोबल बढ़ाना:** ट्रेल का अस्तित्व वियतनामी सैनिकों और नागरिकों के लिए मनोबल का एक स्रोत था, जो यह दर्शाता था कि वे अपनी स्वतंत्रता के लिए कितने प्रतिबद्ध थे।
- **युद्ध के परिणाम पर प्रभाव:** हो ची मिन्ह ट्रेल ने वियतनाम युद्ध के परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसने उत्तरी वियतनाम को अपनी सेनाओं को लगातार मजबूत करने और दक्षिणी वियतनाम में संघर्ष को बनाए रखने में मदद की, जो अंततः अमेरिकी हार और वियतनाम के एकीकरण का कारण बना।
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वियतनाम युद्ध में अमेरिकी हस्तक्षेप के परिणामों पर चर्चा कीजिए।
वियतनाम युद्ध में अमेरिकी हस्तक्षेप के कई दूरगामी और विनाशकारी परिणाम हुए:
**वियतनाम पर प्रभाव:**- **व्यापक विनाश और हताहत:** युद्ध के कारण लाखों वियतनामी नागरिक और सैनिक मारे गए या घायल हुए। गाँव, खेत और जंगल रासायनिक हथियारों (जैसे एजेंट ऑरेंज) और बमबारी से नष्ट हो गए, जिससे बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय क्षति हुई।
- **सामाजिक उथल-पुथल:** युद्ध ने समाज को तोड़ दिया, परिवार विस्थापित हुए और युद्ध के बाद पुनर्निर्माण का कार्य बहुत कठिन था।
- **रासायनिक हथियारों का दीर्घकालिक प्रभाव:** एजेंट ऑरेंज जैसे रसायनों के उपयोग के कारण आज भी वियतनाम में स्वास्थ्य समस्याएँ (जैसे जन्म दोष, कैंसर) और पर्यावरणीय समस्याएँ मौजूद हैं।
- **पुनर्मिलन:** 1975 में युद्ध की समाप्ति और 1976 में वियतनाम के पुनर्मिलन ने देश को एक एकीकृत समाजवादी राज्य बना दिया, लेकिन आर्थिक रूप से यह बुरी तरह प्रभावित था।
**संयुक्त राज्य अमेरिका पर प्रभाव:**- **भारी मानवीय और वित्तीय लागत:** हजारों अमेरिकी सैनिक मारे गए और घायल हुए, और युद्ध पर अरबों डॉलर खर्च हुए, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव पड़ा।
- **नैतिक और सामाजिक विभाजन:** युद्ध ने अमेरिकी समाज को विभाजित कर दिया, जिससे युद्ध-विरोधी आंदोलन, नागरिक अधिकार आंदोलन और सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ा।
- **अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा का नुकसान:** अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुँचा, खासकर विकासशील देशों में, जहाँ उसे एक आक्रामक शक्ति के रूप में देखा गया।
- **सेना का मनोबल और विश्वास:** युद्ध में हार ने अमेरिकी सेना के मनोबल को गिरा दिया और भविष्य के सैन्य हस्तक्षेपों के लिए एक सबक के रूप में काम किया।
- **प्रेस की भूमिका:** युद्ध के दौरान मीडिया द्वारा युद्ध की क्रूरता और वास्तविकता को उजागर करने से अमेरिकी जनता का युद्ध के प्रति समर्थन कम हुआ और सरकार की नीतियों पर सवाल उठने लगे।
(ब्राउज़र के प्रिंट-टू-पीडीएफ फ़ंक्शन का उपयोग करता है। प्रकटन भिन्न हो सकता है।)