अध्याय 7: राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (Lifelines of National Economy)
परिचय
कक्षा 10 भूगोल का यह अध्याय **'राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ'** हमें परिवहन और संचार के विभिन्न साधनों के महत्व के बारे में बताता है। ये साधन देश के विकास और आजीविका के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह अध्याय बताता है कि कैसे आधुनिक परिवहन और संचार के साधन हमें विभिन्न आवश्यकताओं के लिए देश और दुनिया भर से जोड़ते हैं, और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करते हैं।
---1. परिवहन (Transport)
परिवहन वस्तुओं और सेवाओं के आवागमन का साधन है। वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन स्थल से उनके उपभोग स्थल तक जाने के लिए परिवहन की आवश्यकता होती है।
परिवहन के तीन मुख्य क्षेत्र हैं: **भूमि, जल, और वायु।**
(क) भूमि परिवहन (Land Transport)
(i) सड़कें (Roadways)
- भारत में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है (लगभग 56 लाख किलोमीटर)।
- रेलवे की तुलना में सड़कों का निर्माण और रखरखाव अधिक आसान है।
- सड़क परिवहन पहाड़ी क्षेत्रों और असमान इलाकों तक पहुँच सकता है जहाँ रेलवे नहीं पहुँच सकती।
- यह "डोर-टू-डोर" सेवा प्रदान करता है।
- यह अन्य परिवहन साधनों (जैसे रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, बंदरगाह) को जोड़ने का एक माध्यम है।
- भारत में सड़कों को उनकी क्षमता के आधार पर कई श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
- **स्वर्णिम चतुर्भुज सुपर राजमार्ग (Golden Quadrilateral Super Highways):** दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई को जोड़ने वाले 6-लेन के सुपर राजमार्ग। इनका उद्देश्य भारत के महानगरों के बीच दूरी और यात्रा के समय को कम करना है। इस परियोजना को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा लागू किया गया है।
- **राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways - NH):** ये देश के चरम बिंदुओं को जोड़ते हैं। ये केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा बनाए और अनुरक्षित किए जाते हैं।
- **राज्य राजमार्ग (State Highways - SH):** ये राज्य की राजधानी को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ते हैं। इनका निर्माण और रखरखाव राज्य के लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा किया जाता है।
- **जिला सड़कें (District Roads):** ये जिला मुख्यालयों को जिले के अन्य स्थानों से जोड़ती हैं। इनका रखरखाव जिला परिषद द्वारा किया जाता है।
- **ग्रामीण सड़कें (Rural Roads):** ये ग्रामीण क्षेत्रों और गाँवों को कस्बों से जोड़ती हैं। 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना' के तहत इन सड़कों को विशेष प्रोत्साहन मिला है।
- **सीमांत सड़कें (Border Roads):** ये भारत की सीमावर्ती सड़कों पर बनाई जाती हैं, जिनका रणनीतिक महत्व है। इनका निर्माण और रखरखाव सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा किया जाता है, जो 1960 में स्थापित हुआ था।
- **सड़क घनत्व (Road Density):** प्रति 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सड़कों की लंबाई को सड़क घनत्व कहते हैं। भारत में इसका वितरण समान नहीं है। जम्मू और कश्मीर में यह 12.14 किमी है, जबकि उत्तर प्रदेश में 532.27 किमी है (2011)।
(ii) रेलवे (Railways)
- भारत में रेलवे वस्तुओं और यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है।
- यह लंबी दूरी पर बड़ी मात्रा में वस्तुओं के परिवहन में अत्यधिक कुशल है।
- भारत में रेलवे नेटवर्क देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग है:
- **उत्तरी मैदान:** घनी आबादी, उच्च कृषि उत्पादकता और समतल भूभाग के कारण घनी रेलवे नेटवर्क है।
- **पहाड़ी और पठारी क्षेत्र:** पहाड़ी भूभाग, कम आबादी और कृषि योग्य भूमि की कमी के कारण रेलवे नेटवर्क कम घना है।
- **पश्चिमी राजस्थान और गुजरात:** यहाँ भी रेलवे नेटवर्क कम घना है क्योंकि यहाँ दलदली और रेतीला भूभाग है।
- **कोंकण रेलवे:** पश्चिमी घाट के साथ-साथ कोंकण तट पर एक उल्लेखनीय उपलब्धि। यह कई सुरंगों और पुलों को पार करती है।
- रेलवे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उद्योगों और कृषि दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
- रेलवे को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है: बिना टिकट यात्रा, रेलवे संपत्ति की चोरी और क्षति, और चेन पुलिंग।
(iii) पाइपलाइन (Pipelines)
- पहले पाइपलाइनों का उपयोग पानी को शहरों और उद्योगों तक ले जाने के लिए किया जाता था।
- अब इनका उपयोग कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और प्राकृतिक गैस को तेल क्षेत्रों से रिफाइनरियों, उर्वरक कारखानों और बड़े ताप विद्युत संयंत्रों तक ले जाने के लिए किया जाता है।
- ठोस पदार्थों को घोल बनाकर भी पाइपलाइन के माध्यम से पहुँचाया जा सकता है।
- पाइपलाइन परिवहन के प्रारंभिक लागत अधिक होती है, लेकिन चलने की लागत कम होती है। यह पारगमन हानियों या विलंब को समाप्त करता है।
- **महत्वपूर्ण पाइपलाइन नेटवर्क:**
- असम के ऊपरी तेल क्षेत्र से कानपुर (उत्तर प्रदेश) तक, गुवाहाटी, बरौनी और इलाहाबाद के माध्यम से।
- गुजरात में सलाया से जालंधर (पंजाब) तक, वीरमगाम, मथुरा, दिल्ली और सोनीपत के माध्यम से।
- गुजरात में हजीरा से उत्तर प्रदेश में जगदीशपुर तक, विजयपुर (मध्य प्रदेश) के माध्यम से। (HVJ पाइपलाइन)
2. जल परिवहन (Water Transport)
- जलमार्ग परिवहन का सबसे सस्ता साधन है।
- यह भारी और बड़े सामानों को ले जाने के लिए सबसे उपयुक्त है।
- यह ईंधन कुशल और पर्यावरण के अनुकूल है।
- **भारत में अंतर्देशीय जलमार्ग:** लगभग 14,500 किमी। इनमें से केवल 5685 किमी ही मशीनीकृत नावों द्वारा नौगम्य हैं।
- **भारत के कुछ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय जलमार्ग:**
- **राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 1:** गंगा नदी पर हल्दिया से इलाहाबाद तक (1620 किमी)।
- **राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 2:** ब्रह्मपुत्र नदी पर सादिया से धुबरी तक (891 किमी)।
- **राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 3:** केरल में पश्चिमी तट नहर (कोट्टापुरम-कोल्लम, उद्योगमंडल और चंपकारा नहरें) (205 किमी)।
- गोदावरी और कृष्णा नदियों के विस्तार के साथ-साथ पूर्वी तट नहर (महानदी डेल्टा चैनल) (1078 किमी)।
- ब्रह्मपुत्र की बराक नदी पर सुंदरवन, बराक नदी और कुछ अन्य अंतर्देशीय जलमार्ग भी हैं।
(i) प्रमुख समुद्री बंदरगाह (Major Sea Ports)
- भारत की तटरेखा 7516.6 किमी लंबी है, जिसमें 12 प्रमुख और 200 अधिसूचित छोटे और मध्यम बंदरगाह हैं।
- ये बंदरगाह 95% से अधिक भारत के विदेशी व्यापार को संभालते हैं।
- **भारत के प्रमुख बंदरगाह:**
- **कांडला (गुजरात):** कच्छ में पहला बंदरगाह, विभाजन के बाद कराची बंदरगाह की कमी को पूरा करने के लिए विकसित। यह ज्वारीय बंदरगाह है।
- **मुंबई:** सबसे बड़ा बंदरगाह, प्राकृतिक, सुव्यवस्थित हार्बर।
- **जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (मुंबई):** मुंबई बंदरगाह पर भीड़भाड़ कम करने और इसे एक हब पोर्ट के रूप में सेवा देने के लिए विकसित।
- **मर्मगाँव (गोवा):** भारत का प्रमुख लौह अयस्क निर्यात बंदरगाह।
- **मंगलौर (कर्नाटक):** कुद्रेमुख लौह अयस्क खदानों से लौह अयस्क का निर्यात करता है।
- **कोच्चि (केरल):** एक प्राकृतिक बंदरगाह।
- **तूतीकोरिन (तमिलनाडु):** दक्षिण-पूर्व तट पर, प्राकृतिक हार्बर, हिंद महासागर व्यापार के लिए उपयुक्त।
- **चेन्नई (तमिलनाडु):** सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह, मुंबई के बाद दूसरा सबसे बड़ा।
- **विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश):** सबसे गहरा भू-भाग से घिरा हुआ और अच्छी तरह से संरक्षित बंदरगाह। लौह अयस्क निर्यात के लिए।
- **पारादीप (ओडिशा):** लौह अयस्क निर्यात के लिए।
- **हल्दिया (पश्चिम बंगाल):** कोलकाता बंदरगाह पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए विकसित।
- **कोलकाता (पश्चिम बंगाल):** एक अंतर्देशीय नदीय बंदरगाह। हुगली नदी पर स्थित होने के कारण इसे नियमित रूप से गाद निकालने की आवश्यकता होती है।
3. वायु परिवहन (Air Transport)
- यह परिवहन का सबसे तेज, सबसे आरामदायक और सबसे महंगा साधन है।
- यह दुर्गम इलाकों (ऊँचे पहाड़, रेगिस्तान, घने जंगल, और लंबे समुद्री विस्तार) तक आसानी से पहुँच सकता है।
- 1953 में हवाई परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया था। एयर इंडिया घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय हवाई सेवाएं प्रदान करता है। पवन हंस हेलीकॉप्टर्स लिमिटेड तेल और गैस क्षेत्र में ऑफशोर संचालन के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करता है।
- **वायु परिवहन का महत्व:**
- यह त्वरित और समय बचाने वाला है, खासकर लंबी दूरी की यात्रा के लिए।
- यह दुर्गम क्षेत्रों में भी पहुंच प्रदान करता है।
- यह देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जहाँ बड़ी नदियाँ, असमान भूभाग, घने जंगल और लगातार बाढ़ आती है।
- **अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airports):**
- दिल्ली (इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- मुंबई (छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- चेन्नई (चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- कोलकाता (नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- बेंगलुरु (केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- हैदराबाद (राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
- अमृतसर (श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा)
4. संचार सेवाएँ (Communication Services)
- संचार विचारों, संदेशों और सूचनाओं का आदान-प्रदान है।
- **व्यक्तिगत संचार (Personal Communication):**
- **डाक सेवाएं (Postal Services):** भारतीय डाक नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा है। यह पार्सल और व्यक्तिगत लिखित संचार दोनों को संभालता है।
- **कार्ड और लिफाफे:** इन्हें प्रथम श्रेणी मेल माना जाता है, और इन्हें भूमि और वायु दोनों द्वारा ले जाया जाता है।
- **बुक पैकेट, पंजीकृत समाचार पत्र और पत्रिकाएँ:** इन्हें द्वितीय श्रेणी मेल माना जाता है, और इन्हें भूमि और जल परिवहन द्वारा ले जाया जाता है।
- शहरों के बीच तेज मेल डिलीवरी के लिए, छह 'मेल चैनल' स्थापित किए गए हैं: राजधानी चैनल, मेट्रो चैनल, ग्रीन चैनल, बिजनेस चैनल, बल्क मेल चैनल और पीरियोडिकल चैनल।
- **डाक सेवाएं (Postal Services):** भारतीय डाक नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा है। यह पार्सल और व्यक्तिगत लिखित संचार दोनों को संभालता है।
- **टेलीकॉम नेटवर्क (Telecom Network):** भारत में एशिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम नेटवर्क है।
- यह व्यक्तिगत संचार के लिए प्रभावी है।
- एसटीडी (Subscriber Trunk Dialling) सुविधाओं ने पूरे देश को एकीकृत किया है।
- यह मनोरंजन प्रदान करता है और जनता के बीच जागरूकता पैदा करता है।
- **रेडियो (Radio):** आकाशवाणी विभिन्न राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और स्थानीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित करती है।
- **टेलीविजन (Television):** दूरदर्शन भारत का राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल है, जो शैक्षिक, मनोरंजन और खेल के कार्यक्रम प्रसारित करता है।
- **समाचार पत्र (Newspapers):** भारत में हर साल बड़ी संख्या में समाचार पत्र और पत्रिकाएँ प्रकाशित होती हैं।
- **पत्रिकाएँ (Magazines):** विभिन्न विषयों पर साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक पत्रिकाएँ उपलब्ध हैं।
- **फिल्में (Films):** भारत दुनिया में फीचर फिल्मों का सबसे बड़ा उत्पादक है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्मों को प्रमाणित करता है।
5. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade)
- राज्यों और देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान।
- **निर्यात (Export):** अन्य देशों को बेची जाने वाली वस्तुएँ।
- **आयात (Import):** अन्य देशों से खरीदी जाने वाली वस्तुएँ।
- व्यापार का संतुलन (Balance of Trade):
- जब निर्यात का मूल्य आयात के मूल्य से अधिक होता है, तो इसे अनुकूल व्यापार संतुलन कहते हैं।
- जब आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से अधिक होता है, तो इसे प्रतिकूल व्यापार संतुलन कहते हैं।
- भारत का व्यापारिक संबंध दुनिया के सभी प्रमुख व्यापारिक ब्लॉकों के साथ है।
- भारत सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है।
6. पर्यटन एक व्यापार के रूप में (Tourism as a Trade)
- पर्यटन व्यापार का एक महत्वपूर्ण घटक बन गया है।
- यह देश की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
- **पर्यटन के लाभ:**
- राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है।
- स्थानीय हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रयासों को बढ़ावा देता है।
- अंतर्राष्ट्रीय समझ को बढ़ावा देता है।
- यह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- यह विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद करता है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न और उत्तर
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)
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निम्नलिखित में से कौन से दो दूरस्थ स्थान पूर्वी-पश्चिमी गलियारे से जुड़े हैं?
(क) मुंबई और नागपुर
(ख) सिल्चर और पोरबंदर
(ग) मुंबई और कोलकाता
(घ) नागपुर और सिलीगुड़ी(ख) सिल्चर और पोरबंदर
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निम्नलिखित में से कौन सा पत्तन (बंदरगाह) देश के पूर्वी तट पर स्थित है जो अंतर्देशीय तथा अधिकतम गहराई का पत्तन है तथा पूर्ण सुरक्षित पत्तन है?
(क) चेन्नई
(ख) पारादीप
(ग) तूतीकोरिन
(घ) विशाखापत्तनम(घ) विशाखापत्तनम
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निम्नलिखित में से कौन सा परिवहन साधन भारत में प्रमुख साधन है?
(क) रेल परिवहन
(ख) सड़क परिवहन
(ग) पाइपलाइन परिवहन
(घ) वायु परिवहन(क) रेल परिवहन
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निम्नलिखित में से कौन सा शब्द दो या दो से अधिक देशों के व्यापार को दर्शाता है?
(क) आंतरिक व्यापार
(ख) स्थानीय व्यापार
(ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
(घ) बाहरी व्यापार(ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें (Answer the following questions in about 30 words)
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परिवहन के तीन मुख्य क्षेत्र कौन से हैं?
परिवहन के तीन मुख्य क्षेत्र **भूमि (सड़क, रेल, पाइपलाइन), जल (समुद्री और अंतर्देशीय जलमार्ग), और वायु (घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय)** हैं। ये तीनों अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ हैं।
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पाइपलाइन परिवहन के लाभ क्या हैं?
पाइपलाइन परिवहन का प्रारंभिक लागत अधिक होती है, लेकिन चलने की लागत बहुत कम होती है। यह तरल और गैसीय पदार्थों (कच्चा तेल, पेट्रोलियम उत्पाद, प्राकृतिक गैस) को बिना किसी पारगमन हानि या विलंब के सीधे उपभोग स्थलों तक पहुँचाने में कुशल है।
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'व्यापार संतुलन' से आप क्या समझते हैं?
जब किसी देश के निर्यात का मूल्य उसके आयात के मूल्य से अधिक होता है, तो इसे **अनुकूल व्यापार संतुलन** कहते हैं। जब आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से अधिक होता है, तो इसे **प्रतिकूल व्यापार संतुलन** कहते हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दें (Answer the following questions in about 120 words)
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सड़क परिवहन रेल परिवहन से किस प्रकार बेहतर है?
सड़क परिवहन कई मायनों में रेल परिवहन से बेहतर है, खासकर छोटी और मध्यम दूरी के लिए:
- **निर्माण लागत:** सड़कों का निर्माण और रखरखाव रेलवे ट्रैक की तुलना में काफी सस्ता है।
- **दुर्गम क्षेत्रों तक पहुँच:** सड़कें पहाड़ों, पठारों और असमान भूभाग जैसे दुर्गम और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में भी बनाई जा सकती हैं, जहाँ रेलवे लाइनें बिछाना मुश्किल या असंभव होता है।
- **ढलान और खड़ी चढ़ाई:** सड़कें अपेक्षाकृत अधिक ढलान और खड़ी चढ़ाई वाले मार्गों पर भी आसानी से बनाई जा सकती हैं।
- **डोर-टू-डोर सेवा:** सड़क परिवहन "डोर-टू-डोर" सेवा प्रदान करता है, जिसका अर्थ है कि सामान सीधे उपभोक्ता के दरवाजे तक पहुँचाया जा सकता है, जिससे लोडिंग और अनलोडिंग की लागत कम होती है। रेलवे में टर्मिनल लोडिंग-अनलोडिंग की आवश्यकता होती है।
- **फीडर सेवा:** सड़कें अन्य परिवहन साधनों (जैसे रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे, और बंदरगाह) के लिए एक फीडर सेवा के रूप में कार्य करती हैं, जिससे विभिन्न स्थानों से सामान और यात्रियों को इन मुख्य परिवहन केंद्रों तक लाया और ले जाया जा सकता है।
- **छोटी दूरी के लिए उपयुक्त:** कम दूरी, कम व्यक्तियों और तुलनात्मक रूप से कम मात्रा में सामान के परिवहन के लिए सड़क परिवहन अधिक किफायती और कुशल होता है।
- **परिवहन में लचीलापन:** सड़क परिवहन में मार्गों और समय सारिणी में अधिक लचीलापन होता है, जो व्यक्तिगत और छोटे व्यवसाय की जरूरतों के लिए अनुकूल होता है।
हालांकि, लंबी दूरी पर बड़ी मात्रा में भारी सामान के लिए रेल परिवहन अधिक कुशल और किफायती हो सकता है, लेकिन सड़कों की बहुमुखी प्रतिभा और पहुँच उन्हें समग्र परिवहन प्रणाली का एक महत्वपूर्ण और अक्सर बेहतर हिस्सा बनाती है। -
व्यापार क्या है? स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अंतर स्पष्ट करें।
**व्यापार (Trade):** व्यापार का अर्थ है वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान। यह आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो उत्पादों को उत्पादकों से उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में मदद करता है, जिससे लोगों की आवश्यकताओं और इच्छाओं की पूर्ति होती है। यह वस्तुओं की कमी वाले क्षेत्रों में उन्हें उपलब्ध कराता है और अधिशेष वाले क्षेत्रों को लाभ पहुँचाता है।**स्थानीय व्यापार (Local Trade):**
- **परिभाषा:** यह व्यापार एक ही शहर, कस्बे या गाँव की सीमाओं के भीतर होता है। यह एक छोटे भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित होता है।
- **विशेषताएँ:**
- इसमें आमतौर पर दैनिक उपयोग की वस्तुएँ जैसे ताजी सब्जियां, फल, दूध, और स्थानीय रूप से उत्पादित सामान शामिल होते हैं।
- यह उपभोक्ताओं और छोटे विक्रेताओं के बीच सीधा संबंध स्थापित करता है।
- परिवहन की लागत और समय कम होता है।
- उदाहरण: स्थानीय बाजार, साप्ताहिक हाट, पड़ोस की दुकानें।
**अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade):**- **परिभाषा:** यह व्यापार दो या दो से अधिक देशों के बीच होता है। इसमें वस्तुओं और सेवाओं का एक देश से दूसरे देश में आयात और निर्यात शामिल होता है।
- **विशेषताएँ:**
- यह उन वस्तुओं और सेवाओं से संबंधित होता है जो किसी एक देश में उत्पादित नहीं हो सकतीं या जिनकी लागत बहुत अधिक होती है।
- यह किसी देश के आर्थिक विकास और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
- इसमें विभिन्न राष्ट्रीय मुद्राएँ, सीमा शुल्क, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियम और जटिल परिवहन लॉजिस्टिक्स शामिल होते हैं।
- उदाहरण: भारत द्वारा पेट्रोलियम का आयात, और सॉफ्टवेयर या परिधान का निर्यात।
संक्षेप में, स्थानीय व्यापार सीमित क्षेत्र में होता है और रोजमर्रा की जरूरतों पर केंद्रित होता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वैश्विक स्तर पर होता है और विभिन्न देशों के बीच संसाधनों, विशेषज्ञता और बाजार पहुंच को साझा करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति मिलती है।
(ब्राउज़र के प्रिंट-टू-पीडीएफ फ़ंक्शन का उपयोग करता है। प्रकटन भिन्न हो सकता है।)